एसिडिटी एक आम समस्या है लेकिन लंबे समय तक नजरअंदाज करने पर इसके चलते दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसे दूर करने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक उपाय आजमा सकते हैं।
'रोकथाम इलाज से बेहतर है, इसलिए बचाव के उपाय (Preventive measures) करना हमेशा एक अच्छा विचार है जो किसी बीमारी को दूर रखने में मदद कर सकता है। जबकि एक हेल्दी डाइट और रोज एक्सरसाइज हर किसी को समग्र रूप से स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद कर सकती है।' ये कहना है आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार का।
हाल ही में उन्होंने अपने सोशल अकाउंट पर आमतौर पर होने वाली एसिडिटी की समस्या का जिक्र किया है। उनका कहना है कि अगर हम सिंपल लाइफस्टाइल का चयन करते हैं तो हमें लंबे समय तक स्वस्थ्य रहने में बहुत मदद मिलती है। यहां हम आपको डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सरल उपाय बता रहे हैं जिनके जरिए रोजमर्रा में होनी वाली एसिटिडी स्वस्थ्य समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
इसे कैसे रोकें?
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने कहा कि अगर आप हमेशा खुद को सेहतमंद देखना चाहते हैं तो आपको अत्यधिक मसालेदार, खट्टा, नमकीन, Fermented, तला हुआ और फास्ट फूड खाने से बचना चाहिए।
एसिडिटी से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
अधिक भोजन न करें। खट्टे फलों से दूर रहने की कोशिश करें। अगर एसिडिटी हो तो ज्यादा देर तक भूखे न रहें।
भोजन न छोड़ें, खासकर दोपहर का भोजन कभी भी स्किप न करें।
असमय और अनियमित भोजन करने से बचें। रात का भोजन जल्दी करें।
अत्यधिक मात्रा में लहसुन, नमक, तेल, मिर्च आदि वाले खाद्य पदार्थों से बचें।
नॉन-वेज से भी बचना सबसे अच्छा उपाय है।
भोजन के तुरंत बाद लेटने से बचें।
धूम्रपान, शराब, चाय, कॉफी और एस्पिरिन जैसी दवाओं से बचें।
तनाव से अपना बचाव करें, ज्यादा टेंशन लेने से हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है।
डाइट में शामिल करें ये फूड और ड्रिंक
दिन भर धनिये का पानी (Infusion) पिएं।
लंच हो या डिनर, भोजन के बाद आधा चम्मच सौंफ का सेवन करने से भी कई स्वस्थ्य लाभ मिलते हैं।
सुबह- सबसे पहले नारियल पानी के सेवन से बेहतर कुछ नहीं।
आप दोपहर में सौंफ का शरबत भी पी सकते हैं।
किशमिश को रात भर भिगो दें और अगली सुबह खाली पेट पानी के साथ पिएं।
रात को सोते समय एक चम्मच गाय के घी के साथ गुनगुना दूध लें। इससे अनिद्रा और कब्ज में भी मदद मिलती है।
गुलाब जल और पुदीने का पानी पिएं। इससे भोजन को बेहतर ढंग से पचाने में भी मदद मिलती है।
एसिडिटी के लिए फायदेमंद हैं मीठे फल
आपको अपने आहार में फलों को भी शामिल करना चाहिए। इनमें आप मीठे अनार, केला, दम किया हुआ सेब, आलूबुखारा, किशमिश, खुबानी, नारियल, या कोई अन्य फल जो आपको लोकल लेवल पर उपलब्ध हो।
एसिडिटी के लक्षण
सीने में जलन जो भोजन के बाद काफी देर तर रहती है।
खट्टी डकारों का आना और खाए गए पदार्थों का गले तक आता है।
अत्यधिक डकार आना और मुंह का स्वाद कड़वा हो जाना।
पेट फूलने जैसा महसूस होना।
जी मिचलाना
उल्टी आना
सांस लेते समय दुर्गन्ध आना
सिरदर्द और पेट दर्द
बैचेनी होना
हिचकी आना
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