डायबिटीज के मरीजों को अक्सर बहुत कुछ सोच समझकर खाना होता है। ऐसे में बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि क्या वह कद्दू का सेवन कर भी सकते हैं, या नहीं, तो चलिए जानते हैं।
डायबिटीज एक ऐसा रोग है जिसके होने के बाद व्यक्ति का जीवन पूरी तरह बदल जाता है। इसमें मरीज को न केवल जिंदगी भर के लिए दवाइयों का सेवन करना पड़ता है। बल्कि उसे अपने खाने पीने की चीजों में भी बहुत बदलाव करना पड़ता है। डायबिटीज के मरीज को अक्सर रक्त शर्करा के लेवल को नियंत्रित करना होता है, क्योंकि अगर ऐसा ना हुआ तो इसका असर हृदय, किडनी, स्किन और आंखों पर होने लगता है।
इस स्थिति में कद्दू का सेवन डायबिटीज के मरीज के लिए है या नहीं, इस पर विचार करना बनता है। क्योंकि जरा सी लापरवाही आपको नेत्रहीन भी बना सकती है और हार्ट अटैक की भी वजह बन सकती है। चलिए समझते हैं कि क्या कद्दू डायबिटीज के मरीज के लिए फायदेमंद है या फिर नुकसानदायक।
कद्दू के पोषक तत्व
आपको बता दें कि कद्दू एक लो कैलोरी फूड है। जिसके अंदर ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह पोषक तत्व आपके शरीर में रक्त शर्करा को नियंत्रित कर सकते हैं। कद्दू के महज 120 ग्राम में आपको बहुत से पोषक तत्व मिल जाते हैं जो कुछ इस प्रकार है।
कैलोरी - 50
प्रोटीन - 2 ग्राम
फैट - 0 ग्राम
कार्ब्स - 11 ग्राम
फाइबर - 3 ग्राम
शुगर - 4 ग्राम
कैल्शियम - दिनभर की जरूरत का 4 प्रतिशत
आयरन - दिनभर की जरूरत का 4 प्रतिशत
विटामिन सी - दिनभर की जरूरत का 8 प्रतिशत
प्रोविटामिन ए - दिनभर की जरूरत का 280 प्रतिशत
डायबिटीज के मरीजों के लिए फाइबर एक बेहतरीन पदार्थ है जिसके जरिए रक्त शर्करा का स्तर संतुलित रहता है। वहीं महज 120 ग्राम कद्दू के अंदर रोजाना की जरूरत जितना फाइबर आपको मिल जाता है।
कद्दू का ब्लड शुगर लेवल पर असर
कद्दू एक ऐसी सब्जी है जिसका ग्लाइसेमिक लोड (GL) बेहद कम होता है। आपको बता दें कि यह एक रैंकिंग प्रणाली है जो बताती है कि खाई गई चीज का असर आपके शुगर लेवल पर कितना होता है। इसमें जितना कम यह रैंकिंग होती है उतना ही कम यह आपके
को प्रभावित करता है। लेकिन वहीं अगर बात करें ग्लाइसेमिक इंडेक्स की जो एक पैमाना है। यह जिस खाद्य सामग्री में जितना ज्यादा होता है, उतना ही ज्यादा आपके शुगर लेवल को प्रभावित करता है।
ऐसे में कद्दू का जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स है वह 75 है और इसका ग्लाइसेमिक लोड केवल 3 है। इस अर्थ यह है कि अगर आप कद्दू का सेवन अधिक करते हैं तो यह आपके शुगर लेवल को स्पाइक कर सकता है। लेकिन अगर आप इसकी सर्विंग बहुत सीमित रखते हैं तो यह आपके शुगर लेवल पर किसी तरह प्रभावित नहीं करेगा। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को कद्दू का सेवन बहुत सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
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कद्दू के डायबिटीज में फायदे
कद्दू को लेकर कई अध्ययन है जो इस ओर इशारा करते हैं कि इसका सेवन
डायबिटीज के मरीज के लिए फायदेमंद
हो सकता है। दरअसल हाल ही में पशुओं पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि कद्दू के अंदर ऐसे गुण हैं जिन्होंने चुहों में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ा दिया।
जिससे
के लिए एक जरूरी कार्य है। वहीं दूसरे कई अध्ययनों में पाया गया कि कद्दू के अंदर दो यौगिक होते हैं, जिनमें से एक है ट्राइगोनेलाइन और दूसरा है निकोटिनिक एसिड। यह दोनों ही मधुमेह के प्रभाव को कम कर सकते हैं। यही नहीं ऐसे ढेरों शोध हो चुके हैं जो कद्दू को डायबिटीज में लाभदायक बताते हैं। लेकिन यह सभी अध्ययन ज्यादा पशुओं पर ही हुए हैं। इसलिए इंसानों पर यह कितना कारगर होगा यह कहा नहीं जा सकता और इस पर अभी अधिक रिसर्च की जरूरत है।
कद्दू से बनी अन्य सामग्री
ऐसे बहुत सी खाद्य सामग्री और पेय पदार्थ है जो कद्दू के ही जरिए तैयार किए जाते हैं। इनमें से लोग कद्दू की रोटी, कॉफी आदि का सेवन करते हैं। लेकिन यह कद्दू जितनी फायदेमंद नहीं होती। यही नहीं इन उत्पादों में शुगर और अन्य तरह के पदार्थों को भी मिलाया जाता है। यह आपके रक्त शर्करा को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा यह उतने फायदेमंद भी नहीं होते जितना कद्दू होता है। इसलिए इसका सेवन किसी डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
नोट - ध्यान रहे कि आप डायबिटीज की बीमारी में किसी भी तरह की चीज का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना बिल्कुल ना करें। वरना यह आपको समस्या में डाल सकता है।
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