COVID-19 Lambda variant: कोरोना वायरस का प्रकोप लाख कोशिश के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब भी कोवड का म्यूटेशन जारी है और आए दिन ही इसके नए-नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट के बाच कोविड-19 के नए स्ट्रेन लैम्ब्डा के मामलों की पुष्टि हुई है।
COVID-19 Lambda variant: नोवेल कोरोनावायरस का कहर अब भी जारी है और हर रोज हजारों की संख्या में अब भी मामले आ रहे हैं। कोविड ने अपने वेरिएंट से हर किसी की जाना दुश्वार करके रख दिया है। फिलहाल लोग डेल्टा और
डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर टेंशन
में हैं और इसी बीच एक नए स्ट्रेन की खबर है। COVID का स्ट्रेन लैम्ब्डा वेरिएंट है जो मूल रूप से पेरू में खोजा गया था और यूनाइटेड किंगडम में रिपोर्ट किया गया है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, 'वायरस लगातार म्टूटेशन के जरिए अपना स्वरूप बदल रहा है और अभी इसके तमाम वेरिएंट आने की उम्मीद है। कभी-कभी इसके नए वेरिएंट आते हैं तो कभी गायब हो जाते हैं।' रिपोर्ट्स के अनुसार, दक्षिण ब्राजील में भी लैम्ब्डा वेरिएंट वेरिएंट के मामलों की पुष्टि हुई है लेकिन यूनाइटेड किंगडम में ये तेजी से पैर पसार रहा है। आइए जानते हैं इस वेरिएंट के बारे में और भी बहुत कुछ।
(फोटो साभार: istock by getty images)
कितनी प्रभावी है वैक्सीन की डोज?
लैम्ब्डा वेरिएंट कितना गंभीर और संक्रामक हो सकता है, साथ ही वैक्सीन इस पर कितनी असरदार होगी, इस बारे में जांच के बाद ही स्पष्ट कहा जा सकता है। यह कितना गंभीर और संक्रामक हो सकता है, इस बारे में जांच के बाद ही स्पष्ट कहा जा सकता है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) का कहना है कि दो वैक्सीन का डोज लेने पर अब भी संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती होने को जोखिम से बच सकते हैं। यानि पीएचई कोविड टीकों को प्रभावी मानती हैं।
पेरू में लैम्ब्डा का कहर
लैम्ब्डा वैरिएंट का पहली बार पेरू में अगस्त 2020 में पता चला था और तब से लगभग 29 देशों में इसकी सूचना दी गई है। विशेषज्ञों का दावा है कि इस प्रकार के स्पाइक प्रोटीन में कई म्टूटेशन देखे गए हैं, जो इसकी ट्रांसमिसिबिलिटी यानी संक्रमकता की दर काफी अधिक बढ़ा देती है। यूनाइटेड किंगडम ने पिछले सप्ताह डेल्टा COVID-19 संस्करण के 35,204 नए मामले दर्ज किए।
वहीं पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने इसके अलावा 23 फरवरी से 7 जून तक लैम्ब्डा वेरिएंट के छह मामलों की सूचना दी है। स्वास्थ्य निकाय का कहना है कि टीका लगवाने के बाद आप अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम को टाल सकते हैं। इन वेरिएंट के खिलाफ भी टीका असरदार है।
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WHO ने लैम्ब्डा को बताया 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट'
इस वेरिएंट की साउथ अमेरिका में व्यापक उपस्थिति की वजह 15 जून, 2021 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना के लैम्ब्डा वेरिएंट को 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' के तौर पर घोषित किया था। WHO ने करीब 29 देशों में 'लैम्ब्डा वेरिएंट' के पाए जाने की सूचना दी थी। वहीं पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) कोविड के लैम्ब्डा स्वरूप को 'variant under investigation (VUI) नाम दिया है। पीएचई की ओर से बताया गया है कि कोरोना के इस नए वेरिएंट की जांच चल रही है।
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लैम्ब्डा के लक्षण
इस बीच ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने नए वेरिएंट से बचाव को लेकर लोगों के लिए इसके लक्षणों की एक सूची जारी की है।
बुखार की समस्या
लगातार खांसी आना
गंध और स्वाद न आना
विशेषज्ञों के अनुसार, इनमें से किसी भी संक्रमित व्यक्ति में कोई न कोई एक सिम्टम्स दिख सकता है। वायरस के प्रसार को रोकने और इसकी गंभीरता से बचने के लिए बिना देर किए अपना टेस्ट कराएं।
लैम्ब्डा से बचाव
यूके के विशेषज्ञों के अनुसार, जिसे भी ऊपर दिए गए COVID के नए वेरिएंट के सिम्टम्स महसूस हों उसे अपना परीक्षण करवाना चाहिए और रिपोर्ट आने या परिणाम सकारात्मक आने तक खुद को अलग रखना चाहिए। इसके अलावा, सोशल, डिस्टेंसिंग और डबल मास्किंग बेहद जरूरी है। साफ-सफाई का खास ध्यान रखें और जितनी जल्दी हो सके खुद को टीका लगवाएं। अपनी दोनों टीके की खुराक प्राप्त करना सुनिश्चित करें।
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