यदि आप घुटनों की सर्जरी कराने के बारे में सोच रहे हैं, तो पहले आपको कुछ संकेतों को समझना होगा। इसके बाद ही रिप्लेसमेंट की प्रोसेस में सफलता हासिल की जा सकती है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस होने के कारण बहुत से लोगों को घुटना बदलवाना पड़ता है। जिसे ऑर्थोप्लास्टी कहते हैं। यह स्थिति तब बनती है, जब घुटने के जोड़ को सहारा देने वाला कार्टिलोज घिस जाता है। नतीजा, हड्डी आपस में रगड़ती हैं, जो काफी दर्दनाक है। विशेषज्ञों के अनुसार इन स्थितियों को लंबे समय तक घुटने के दर्द के बढ़ने का कारण माना जाता है। ऐसे में यह जानना बेहद मुश्किल है , कि आपके लिए घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी कब जरूरी है।
हालांकि डॉक्टर्स एक्सरे एमआरआई रिजल्ट, दर्द का स्तर, शारीरिक कार्य, व्यक्तिगत स्वास्थ्य इतिहास और वजन जैसे कारकों को ध्यान में रखते हुए बताते हैं कि रिप्लेसमेंट सर्जरी की जरूरत कब है। लेकिन डॉक्टर से बात किस स्थिति में करनी है, ये जानने के लिए भी हम आपको ऐसे 8 संकेत बता रहे हैं, जो घुटने के रिप्लेसमेंट के लिए सही समय की ओर इशारा करते हैं।
जब दवा काम न करे
में पेन रिलीफ या कोई तेल अच्छा काम करता है। लेकिन जब दर्द बहुत बढ़ जाए या कोई दवा और एंटीइंफ्लेमेट्री ड्रग्स भी काम न करे, तो ये इस बात का संकेत है कि अब आपको घुटनों की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बारे में डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए।
जब ट्रीटमेंट का असर न दिखे
जब
को कम करने के लिए लिया जाने वाला ट्रीटमेंट जैसे कोर्टिसोन इंजेक्शन, लुब्रिकेटिंग इंजेक्शन, रेस्ट और फिजिकल थैरेपी भी अपना असर कम कर दे। तो समझ लेना चाहिए कि घुटनों की तकलीफ बढ़ गई है, जो इलाज से ठीक नहीं हो सकती। इसके लिए अब आपको घुटने बदलवाने ही पड़ेंगे।
काम करने में कठिनाई महसूस हो
अगर आपको रोजमर्रा के काम करने में कठिनाई और दर्द महसूस हो रही है, जैसे कपड़े पहनना, नहाना, बिस्तर या कुर्सी से उठना या सीढ़ियां चढ़ना उतरने में परेशानी हो, तो अब समय आ गया है कि आपको घुटने बदलवाने पड़ेंगे।
घुटनों में सूजन दिखे
अगर आपके घुटनों में सूजन पहले से ज्यादा दिखने लगे और दर्द बढ़ जाए, तो घुटनों की सर्जरी कराने का यह सही समय है।
वॉकर की जरूरत लगे
के बावजूद आपको अब तक वॉकर की जरूरत नहीं पड़ी, लेकिन अब थोड़ा चलने के लिए भी आपको वॉकर या बेंत का सहारा लेना पड़े, तो समय गवाए बिना नी-रिप्लेसमेंट सर्जरी के बारे में डॉक्टर से बात करें। इस स्थिति को नजरअंदाज करने का मतलब है स्थिति को और बदतर बनाना।
कोरोना वैक्सीन के बाद क्यों होता है घुटनों में दर्द, डॉक्टर ने बताया कारण
घुटना विकृत हो गया हो
यदि कभी आपका घुटना चोट या गठिया के कारण विकृत यानी डिफॉम्र्ड हो जाए या फिर बाहर या अंदर की तरफ झुक जाए, तो डॉक्टर तुरंत सर्जरी कराने के लिए कहते हैं। हालांकि कुछ मामलों में गंभीर विकृति सर्जरी को और ज्यादा मुश्किल बना सकती है। यदि आपको गंभीर विकृति महसूस होने लगे, तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से बात करें।
गाइडलाइन्स, जो आपको डॉक्टर से बातचीत करने में मदद करेंगी-
इससे पहले कि आप अपने घुटनों को बदलने के बारे में अपना मन बना लें सर्जरी के संभावित जोखिमों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
सर्जरी से आप कितनी जल्दी ठीक हो जाएंगे , यह जानना भी जरूरी है। बता दें कि घुटने बदलने के बाद सामान्य स्थिति में आने के लिए कई सप्ताह से लेकर महीनों तक का समय लग सकता है। ऐसे में आपका डॉक्टर उन कारकों के बारे में आपको बता सकता है जो यह तय करने में आपकी मदद करेंगे कि रिप्लेसमेंट सर्जरी के लिए समय ठीक है या नहीं।
इसके अलावा किसी भी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में बात करें, जो आपके ऑपरेशन और रिकविरी को कठिन बना सकती है।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑर्थोपेडिक सर्जन के अनुसार, 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग जिन्हें नए घुटने लगते हैं, वे जल्द ही अपनी सामान्य गतिविधियों को फिर से शुरू करने में सक्षम हेाते हैं। इसलिए घुटनों के रिप्लेसमेंट के लिए सही समय निर्धारित करना बेहद जरूरी है। इससे जल्द रिकवर होने में मदद मिलती है।
जब उम्र 50-80 साल के बीच हो
वैसे तो बुजुर्गों में घुटने का दर्द होना आम है। लेकिन आजकल कम उम्र में भी लोगों को घुटनों में दर्द की शिकायत होती है। यदि आप 50 से कम उम्र के हैं और घुटनों के दर्द से परेशान हैं, तो सर्जरी की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आपकी उम्र 50-80 वर्ष के बीच है और घुटनों का दर्द अहसनीय होता जा रहा है, तो जितनी जल्दी आप घुटने बदलवा लें, उतना अच्छा है।
from Health Tips in Hindi , natural health tips in hindi, Fitness tips, health tips for women - डेली हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन | Navbharat Times https://ift.tt/3xGtZRP
via IFTTT
No comments:
Post a Comment