आज हम आपको बताते हैं कि दिनभर में कितनी बार यूरिन जाना सामान्य बात है। विशेषज्ञों के अनुसार हर व्यक्ति को दिन में 6-8 बार यूरिन जाना ही चाहिए।
क्या आपने कभी सोचा है कि आपको दिनभर में कितनी बार यूरिन जाना चाहिए। जी हां, इस बात पर आपका ध्यान शायद ही कभी गया हो। बता दें कि जरूरत से ज्यादा और कम पेशाब जाने से शरीर को नुकसान होता है। वैसे तो पेशाब जाना इस बात पर निर्भर करता है कि आप दिनभर में क्या और कितना पेय पदार्थ पीते हैं। इसके अलावा कई बार पेशाब बॉडी साइज, हाइड्रेशन लेवल, एक्सरसाइज, मेडिकल कंडीशन, दिनभर की एक्टिविटी पर भी निर्भर करती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति दो से ढाई घंटे में 6-8 बार भी वॉशरूम जाए तो सामान्य है। लेकिन अगर दिनभर में इससे ज्यादा या कम बार वॉशरूम जाते हैं, तो ध्यान देना चाहिए। हम यहां आपको बता रहे हैं कि आपको दिनभर में कितनी बार वॉशरूम जाना चाहिए। साथ ही बताएंगे कि किन स्थितियों में आप बहुत कम या बहुत ज्यादा बार वॉशरूम जाने की जरूरत महसूस कर सकते हैं।
बार-बार पेशाब होने का क्या कारण हो सकता है?
एक स्वस्थ व्यक्ति दिन में 4 से 10 बार कभी भी टॉयलेट जा सकता है। लेकिन किसी भी दिन कम या ज्यादा पेशाब करना सामान्य नहीं है। आप कितनी पेशाब करते हैं, ये आपकी उम्र, दवा, डायबिटीज , मूत्राशय का आकार , जैसे कारकों पर निर्भर करता है। खास परीस्थितियां जैसे
के सप्ताह पेशाब को प्रभावित करती हैं। गर्भावस्था के दौरान बढ़ते भ्रूण से मूत्राशय के दबाव के साथ-साथ द्रव परिवर्तन के कारण एक महिला कई बार टॉयलेट जाती है।
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डायबिटीज-
यदि आपको डायबिटीज है, तो ब्लड स्ट्रीम में एक्स्ट्रा शुगर की वजह से तरल पदार्थ में वृद्धि होती है, जिससे आप ज्यादा बार पेशाब करते हैं।
हाइपरलकसीमिया-
शरीर में कैल्शियम लेवल असंतुलित होने पर यह आपके शरीर में मूत्र प्रवाह पर असर डाल सकता है।
सिकल सेल एनीमिया-
इस स्थिति में किडनी के काम करने की क्षमता और यूरीन कंसन्ट्रेशन प्रभावित होता है। जिससे इस बीमारी से ग्रसित लोगों को अधिक बार पेशाब आती है।
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यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन-
यूटीआई एक ऐसी समस्या है, जिससे आपके पेशाब करने की अवधि घट जाती है। पुरूषों के मुकाबले
महिलाओं में यूटीआई की समस्या आम है।
इसमें आपको तुरंत पेशाब करने की जरूरत महसूस हो सकती है तब भी जब आपने हाल ही में पेशाब की हो। बता दें कि यूरीन इंफेक्शन के दौरान आप दिनभर में 9 से ज्यादा बार भी टॉयलेट कर सकते हैं, लेकिन कम-कम मात्रा में। मुमकिन है पेशाब करने पर आपको जलन हो।
प्रोस्टेट-
अधिक बार पेशाब करने की स्थिति पुरूषों में प्रोस्टेट के कारण बनती है। जब प्रोस्टेट बढ़ जाता है, तो यह आपके मूत्राशय से मूत्र के प्रवाह को रोक सकता है, जिससे पेशाब करने के बाद भी आपको अपना पेट खाली नहीं लगता। इसके अलावा दिल की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर या खराब किडनी वाले लोगों द्वारा ली जाने वाली दवा सामान्य से ज्यादा बार पेशाब आने के लिए जिम्मेदार हैं।
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ज्यादा पानी पीना
आमतौर पर रोजाना 2 से 3 लीटर पानी पीने की बात कही जाती है। लेकिन जो लोग इस लिमिट से ज्यादा पानी पीते हैं उनके मूत्र उत्पादन और आवृत्ति में वृद्धि हो सकती है।
बार-बार पेशाब होने का क्या कारण हो सकता है?
एक स्वस्थ व्यक्ति दिन में 4 से 10 बार कभी भी टॉयलेट जा सकता है। लेकिन किसी भी दिन कम या ज्यादा पेशाब करना सामान्य नहीं है। आप कितनी पेशाब करते हैं, ये आपकी उम्र, दवा, डायबिटीज , मूत्राशय का आकार , जैसे कारकों पर निर्भर करता है। खास परीस्थितियां जैसे गर्भावस्था और डिलीवरी के बाद के सप्ताह पेशाब को प्रभावित करती हैं। गर्भावस्था के दौरान बढ़ते भ्रूण से मूत्राशय के दबाव के साथ-साथ द्रव परिवर्तन के कारण एक महिला कई बार टॉयलेट जाती है।
डॉक्टर से सपंर्क कब करें?
आमतौर पर पेशाब जाना आपके स्वस्थ रहने का संकेत है। लेकिन जब कभी आपको लगे कि अधिक पेशाब आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है, तो डॉक्टर्स के पास जाने में देरी न करें। इसके अलावा कभी अगर पेशाब में खून, पेशाब के रंग में बदलाव, पेशाब में तेज या असामान्य गंध का अनुभव हो, तो इसे अनदेखा न करते हुए सीधे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बार-बार पेशाब लगे तो क्या करना चाहिए
अगर आप गर्भवती हैं, तो पेशब आना तब तक जारी रहेगा , जब तक की आप बच्चे को जन्म नहीं दे देतीं।
आपको डायबिटीज है, तो ब्लड शुगर को मैनेज करने से आपको पेशाब कम आएगी।
यदि पेशाब की आवृति यूटीआई के कारण बनती है, तो यूटीआई ठीक हो जाने के बाद आपका मूत्र उत्पादन सामान्य हो जाना चाहिए।
यदि आपको प्रोस्टेट है, तो यह मूत्र प्रवाह को रोकेगा। इसलिए मूत्र प्रवाह को बढऩे या प्रोस्टेट के आकार को कम करने के लिए डॉक्टर से बात करें।
आप हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं, तो डॉक्टर लक्षणों को कम करने के लिए डोज को एडजस्ट करने की कोशिश करेगा।
ज्यादा पानी पीने से बार-बार पेशाब आना स्वभाविक होता है। लेकिन यदि आपको पेशाब बहुत कम या बहुत ज्यादा आती है, तो यह मामूली बात नहीं है। आपके साथ ऐसी स्थिति लगातार बनी रहे , तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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