नवरात्रि का व्रत करने वाले डायबिटीज के मरीज हो जाएं सावधान, भूखे रहने से कहीं पड़ न जाएं बीमार - Kal Se Aaj Tak News

“समय के साथ”

Breaking

Home Top Ad

Web hosting

Post Top Ad

Join us to kalseaajtaknew.blogspot.com

Tuesday, April 13, 2021

नवरात्रि का व्रत करने वाले डायबिटीज के मरीज हो जाएं सावधान, भूखे रहने से कहीं पड़ न जाएं बीमार

Chaitra Navratri 2021: चैत्र नवरात्र शुरू हो चुके हैं। नौ दिन तक चलने वाले इस उत्सव के दौरान कई लोग व्रत रखते हैं। देखा जाए, तो व्रत रखना एक तरह से अच्छा भी है। क्योंकि यह पाचन तंत्र को रिलेक्स कर शरीर को डिटॉक्सीफाई (Detoxifies) करने में मदद करता है। लेकिन अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और 9 से 10 दिन तक लगातार उपवास कर रहे हैं, तो यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 9 से 10 दिन तक व्रत रखना या सीमित आहार का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है, जिन्हें मधुमेह है। आमतौर पर ऐसे लोगों को व्रत न रखने की हिदायत दी जाती है। क्योंकि ज्यादा देर तक भूखे रहने पर इन लोगों का ब्लड शुगर लेवल गड़बड़ा जाता है। जब तक किसी व्यक्ति की डायबिटीज कंट्रोल में नहीं है, तब तक उसे डॉक्टर की सलाह के बिना उपवास करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। यहां तक की अगर मधुमेह नियंत्रित भी है, तो भी डॉक्टर से सलाह लें और एक अच्छी तरह से प्लान्ड की हुई डाइट के साथ उपवास रखें। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि डायबिटीज के मरीज को व्रत रखते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति को उपवास करते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे लोगों के लिए डॉक्टर के परामर्श और देखरेख के बिना उपवास रखना हानिकारक हो सकता है।


Navratri and Diabetes: नवरात्रि का व्रत करने वाले डायबिटीज के मरीज हो जाएं सावधान, भूखे रहने से कहीं पड़ न जाएं बीमार

Chaitra Navratri 2021: चैत्र नवरात्र शुरू हो चुके हैं। नौ दिन तक चलने वाले इस उत्सव के दौरान कई लोग व्रत रखते हैं। देखा जाए, तो व्रत रखना एक तरह से अच्छा भी है। क्योंकि यह पाचन तंत्र को रिलेक्स कर शरीर को डिटॉक्सीफाई (Detoxifies) करने में मदद करता है। लेकिन अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और 9 से 10 दिन तक लगातार उपवास कर रहे हैं, तो यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, 9 से 10 दिन तक व्रत रखना या सीमित आहार का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है, जिन्हें मधुमेह है। आमतौर पर ऐसे लोगों को व्रत न रखने की हिदायत दी जाती है। क्योंकि ज्यादा देर तक भूखे रहने पर इन लोगों का ब्लड शुगर लेवल गड़बड़ा जाता है। जब तक किसी व्यक्ति की डायबिटीज कंट्रोल में नहीं है, तब तक उसे डॉक्टर की सलाह के बिना उपवास करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। यहां तक की अगर मधुमेह नियंत्रित भी है, तो भी डॉक्टर से सलाह लें और एक अच्छी तरह से प्लान्ड की हुई डाइट के साथ उपवास रखें। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि डायबिटीज के मरीज को व्रत रखते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।



​प्री-फास्ट मील्स
​प्री-फास्ट मील्स

नवरात्री में उपवास करने वाले डायबिटीज के रोगियों को व्रत से पहले के भोजन पर ध्यान देना चाहिए। प्री-फास्ट मील में उनके लिए दलिया सबसे अच्छा आहार है। इसके सेवन से उपवास की तैयारी करने में बहुत मदद मिलती है। व्रत करने से पहले दलिया, सब्जी, रोटी और उपवास से एक दो दिन पहले दाल जरूर खाएं। ध्यान रखें इस बैलेंस्ड मील में अनाज, दाल, सब्जियां और फलों के साथ सीमित तेल ही शामिल किया जाना चाहिए। इसके अलावा व्रत से पहले खुद को अच्छी तरह से हाइड्रेट करना बहुत जरूरी है।

व्रत में खाने-पीने की चीजों को लेकर रहें अलर्ट, जानें क्‍या खाएं और क्‍या नहीं



​ब्लड शुगर लेवल की जांच करते रहें
​ब्लड शुगर लेवल की जांच करते रहें

नवरात्री के दौरान उपवास करते हुए मधुमेह रोगियों को सुबह और शाम दोनों समय ब्लड शुगर लेवल की जांच जरूर करनी चाहिए। यदि इस दौरान किसी व्यक्ति को शारीरिक परेशानी महसूस हो, तो देरी न करते हुए उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं।



​कस्टमाइज्ड फास्टिंग करें
​कस्टमाइज्ड फास्टिंग करें

उपवास कई कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें आपकी स्वास्थ्य स्थिति भी शामिल है। अब कई लोगों ने आराम से उपवास करना शुरू कर दिया है, जो इसे ज्यादा सुविधाजनक बनाते हैं। अगर आप डायबिटीज से जूझ रहे हैं और अपनी आस्था के लिए व्रत भी रखना चाहते हैं, तो ऐसे में अपने डॉक्टर से एक बार बात जरूर करें।

मधुमेह वाले लोगों को दिनभर में एक बार ज्यादा कैलोरी का भोजन करने के बजाय हर दो से तीन घंटे में छोटे-छोटे मील लेनी चाहिए। सबसे अच्छा है कि आप अपने विशेषज्ञ को अपनी डाइट के बारे में बताएं ताकि वो आपके लिए ऐसा फूड प्लान करे, जो ब्लड शुगर को स्थिर बनाए रखने के साथ बेहतर पोषण देने वाला हो।



​कार्बोहाइड्रेट लें
​कार्बोहाइड्रेट लें

कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा का जरूरी स्त्रोत है, इसलिए हमारे शरीर को इसकी बहुत जरूरत होती है। अगर आपने उपवास रखा है, तो इस दौरान कार्बोहाइड्रेट प्राप्त करने के लिए पके हुए या उबले हुए

शकरकंद

और एक कटोरी फल खाएं। डायबिटीज को मैनेज करने के लिए सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा , दही के साथ समा के चावल को दूसरे खाद्य पदार्थ जैसे ककड़ी, टमाटर, कद्दू के साथ मिलाकर खांए, इससे ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करने में मदद मिलेगी।

विशेषज्ञों के अनुसार मधुमेह से ग्रसित लोगों को उपवास के भोजन में 45-60 ग्राम काब्र्स और स्नैक में 15-20 ग्राम कार्ब लेने से दिक्कत नहीं होगी।

गर्मियों में जरूर खाएं ये 5 फल और सब्जियां, शरीर में नहीं होगी पानी की कमी



​फैट और कैलोरीज
​फैट और कैलोरीज

अक्सर देखा गया है कि नवरात्रि की थालियों में तले हुए और तैलीय खाद्य पदार्थ सजे होते हैं। यकीन मानिए ये आपके लिए बहुत हानिकारक साबित हैं। खासतौर से अगर आपको डायबिटीज है, तो आप ऐसी चीजें खाने से बचें। बहुत कम तेल के साथ उपवास का खाना तैयार करने की कोशिश करें। किसी भी खाद्व पदार्थ को डीप फ्राई करने से बचें। इसके बजाय खाद्य पदार्थों को उबालना, पीसना , भाप देना अच्छा विकल्प है। अपने व्रत आहार में कम वसा वाले चुकंदर का हलवा और बेक्ड आलू खा सकते हैं। लेकिन केवल मॉडरेशन में।

इसके अलावा डायबिटीज वाले मरीज को पानी और लो कैलेारी ड्रिंक जैसे लस्सी, ग्रीन टी, नींबू पानी, पुदीना पानी और इलायची की चाय पीना चाहिए। इससे उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी और एक या नौ दिन के व्रत भी आसानी से हो जाएंगे।





from Health Tips in Hindi , natural health tips in hindi, Fitness tips, health tips for women - डेली हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन | Navbharat Times https://ift.tt/3uPcjlK
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Web hosting

Pages