छोटे बच्चों को चांदी के बर्तन में खिलाने की मुख्य वजह है इस धातु की शुद्धता। बच्चों की इम्यूनिटी बूस्ट करनी हो या उनके मास्तिष्क का विकास करना हो, चांदी के बर्तनों में खिलाना अच्छा तरीका है।
आपने अपनी दादी-नानी से सुना होगा कि बच्चों को चांदी के बर्तन में खाना खिलाना चाहिए लेकिन, आजकल चांदी के बर्तनों में खिलाने की परंपरा तकरीबन खत्म हो गई है। आपको बता दें कि बच्चे को चांदी के बर्तन में खाना खिलाना स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है। अगर आप इसके फायदे जान लेंगे, तो अगली बार अपने नवजात को इन बर्तनों में खिलाना शुरू कर देंगे। यहां हम आपको बच्चों को चांदी के बर्तन में खिलाने के फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
चांदी में हैं बीमारियों से लड़ने की क्षमता
छोटे बच्चों या शिशुओं को खिलाने के लिए चांदी के बर्तनों में बारे में खूब सुना है। वास्तव में कुछ संस्कृतियों में आज भी बच्चे को चांदी की चम्मच का उपयोग कर पहला भोजन खिलाए जाने का रिवाज है।
ऐसा केवल चांदी के बर्तन की शुद्धता (Purifies) के कारण किया जाता है। इसके अलावा माना जाता है कि चांदी में मौसमी बीमारियों (seasonal ailments) से लड़ने क्षमता भी होती है, जिसके चलते छोटे बच्चे कभी बीमार नहीं पड़ते।
मास्तिष्क की शक्ति बढ़ाए
कम उम्र से ही बच्चों में
चांदी के बर्तन में खिलाना लाभकारी माना गया है। आप शायद न जानते हों, लेकिन चांदी का अर्क कई आयुर्वेदिक दवाओ में इस्तेमाल किया जाता है। यह न केवल आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि बढ़ती उम्र में मास्तिष्क की शक्ति को बढ़ाने में भी इसके फायदे देखे गए हैं। इसी तरह बच्चों को संपूर्ण रूप से स्वस्थ रखने के लिए चांदी के बर्तनों में खिलाना सबसे अच्छा तरीका है।
पानी को शुद्ध करे
साधारण गिलास में पानी पीने से आप अंजाने में कितनी बार बीमार पड़े होंगे। ऐसा पानी शुद्ध न होने की वजह से होता है। इस स्थिति में चांदी के गिलास में पानी पीना आपको बहुत फायदा पहुंचाएगा। दरअसल, चांदी एंटीबैक्टीरियल है। अशुद्ध पानी में मौजूद बैक्टीरिया यदि चांदी के संपर्क में आए, तो इनका नाश होना तय है। इसके अलावा चांदी के बर्तनों में मौजूद मिनरल्स पानी को शुद्ध करते हैं। इतना ही नहीं, चांदी पानी में की गई किसी भी मिलावट को खत्म करने में कारगार है।
इम्यूनिटी बढ़ाए
ऐसा माना गया है कि चांदी के बर्तन में भोजन करने से मेटाबॉलिज्म (Metabolism) का निर्माण होता है और प्रतिरक्षा (immunity) को मजूबती मिलती है। इससे पहले भी अध्ययनों में साबित हो चुका है कि चांदी के बर्तनों में खाना खाने से आप कई बीमारियों से अपना और बच्चों का बचाव कर सकते हैं।
मौसमी बीमारियों से लड़े
चांदी एक ठंडी धातु है, बावजूद इसके ये मौसमी बीमारियों (Seasonal diseases) से लडऩे में कारगार है। चांदी के बर्तन में पानी पीने से बच्चों में मौसमी बीमारियों जैसे
वायरल, सर्दी-जुकाम का खतरा कम देखा गया है।
चांदी बैक्टीरिया फ्री है
चांदी के बर्तन बैक्टीरिया फ्री (Bacteria-Free) होते हैं। इसके अंदर कोई भी बैक्टीरिया पनप नहीं सकता। इसका मतलब ये है कि बैक्टीरिया चांदी के धातु में पनपने में सक्षम नहीं है। यही वजह है कि बच्चों को दवाएं भी चांदी की कटोरी या ट्रे में देने की कोशिश की जाती है।
केमिकल फ्री होते हैं चांदी के बर्तन
आप जिन भी बर्तनों का इस्तेमाल करते हैं, वो बीपीए फ्री होने चाहिए। प्लास्टिक को लंबे समय तक चलाऊ बनाने के लिए बीपीए नामक तत्व मिलाया जाता है। जब हम प्लास्टिक के बर्तनों में खाना खाते हैं तो बर्तन में मौजूद बीपीए भी खाने में आ जाता है।
इसकी वजह से हार्मोनल असंतुलन, मोटापे या आगे चलकर कैंसर तक होने का खतरा रहता है। वहीं, चांदी के बर्तनों में कोई बीपीए नहीं होता है।
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