मधु को जब तेज बुखार के साथ कमर के बाएं हिस्से में दर्द उठा, तो उन्होंने डॉक्टर को दिखाना उचित समझा। पर्याप्त जांचों के बाद उन्होंने बताया कि मधु को पायलोनेफ्राइटिस इंफेक्शन हो गया है। पायलोनेफ्राइटिस दो शब्दों से मिलकर बना है। पायलो यानी पस (मवाद) और नेफ्राइटिस यानी गुर्दे का संक्रमण यानी यह गुर्दे के संक्रमण के लिए इस्तेमाल होने वाला शब्द है। कई बैक्टीरिया इस स्थिति को पैदा कर सकते हैं। मूत्राशय जोकि नीचे होता है, उसकी तुलना में गुर्दों में संक्रमण की आशंका कम होती है। ध्यान यह भी देना है कि कई बार पायलोनेफ्राइटिस के लक्षण ऐसे होते हैं, जिनसे इन अंगों के विशेषज्ञ के पास जाने की आवश्यकता रोगी को नहीं जान पड़ती। बुखार, कमर में दर्द और उल्टियां- ऐसे लक्षणों में कहां आम व्यक्ति को किडनी का ध्यान आता है। पायलोनेफ्राइटिस के लक्षण और कारण हमारी आंतों में तरह-तरह के जीवाणु रहते हैं। मलत्याग के दौरान ये बाहर आते हैं और गुदा व यौनांग के आसपास की त्वचा पर बस जाते हैं। फिर मौका पाकर ये मूत्रमार्ग से वापस भीतर ऊपर जाने की फिराक में रहते हैं। ऐसा करने से नीचे मूत्राशय व कभी-कभी ऊपर गुर्दों के संक्रमण की आशंका पैदा हो जाती है। मूत्राशय का संक्रमण कहलाता है सिस्टाइटिस और गुर्दों का पायलोनेफ्राइटिस। पायलोनेफ्राइटिस में पेशाब में जलन हो सकती है, लेकिन ऊपर बताये लक्षण इसमें अधिक देखने को मिलते हैं। ऐसे में कई बार यह डायग्नोसिस सोची नहीं जाती है। पेशाब की जांच में जब संक्रमण की पुष्टि होती है, तो उसके बाद अल्ट्रासोनोग्राफी कराई जाती है, जिसमें पायलोनेफ्राइटिस पहचानी जाती है। डायबीटीज या गुर्दा-पथरी के रोगियों में यह रोग अधिक देखने को मिलता है। अधिक या एकाधिक यौन-सम्बन्धों के कारण भी यह हो जाता है। कई बार रोगियों का पेशाब मूत्राशय से नीचे उतरने की बजाय ऊपर की ओर लौट पड़ता है, जिसे यूरेटेरिक रिफ्लेक्स कहते हैं। इस कारण भी पायलोनेफ्राइटिस की आशंका बढ़ जाती है। पायलोनेफ्राइटिस को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता नहीं तो गुर्दों का यह संक्रमण पूरे शरीर में फैल सकता है। उपचार में ऐंटीबायॉटिक दवाओं की भूमिका मुख्य है और इनका चुनाव ध्यानपूर्वक करना पड़ता है। साथ ही यह भी देखना होता है कि किस कारण से पायलोनेफ्राइटिस पनपी है। ऐसा करने से ही इसे आगे होने से रोका जा सकता है। मधु को भी डॉक्टर ये बातें समझा रहे हैं।
from Health Tips in Hindi , natural health tips in hindi, Fitness tips, health tips for women - डेली हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन | Navbharat Times https://ift.tt/2NwcIa2
via IFTTT
No comments:
Post a Comment