बारिश के मौसम तमाम महिलाएं वजाइनल पार्ट में खुलजी और जलन से जूझती हैं। यदि आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो कुछ घरेलू नुस्खों के जरिए राहत पा सकती हैं।
मानसून में बारिश की हल्की फुहारें खुशियों के साथ कई समस्याएं भी लेकर आती हैं। इस सीजन में शरीर के किसी भी अंग में एलर्जी होना तो जैसे आम बात है। बारिश के दिनों में महिलाएं आम तौर पर अपने वजाइनल पार्ट में खुजली, सूखापन और जलन से पीड़ित होती हैं। वैसे तो ये कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं कि इसे हल्के में लेकर अनदेखा कर दिया चाहिए। वजाइना में खुजली और सूखापन बैक्टीरियल इंफेक्शन या एक्जिमा के कारण हो सकता है।
कई बार हार्ड सोप और बॉडी वॉश का प्रयोग करने से भी वजाइना में जलन हो सकती है। मॉनसून में महिलाएं अक्सर प्राइवेट पार्ट में खुजली और सूखापन की समस्या से जूझती हैं। बार-बार खुजली करने पर कभी-कभी उनके वजाइना के आसपास लालिमा और सूजन भी हो जाती है, जिससे वे असहज महसूस कर सकती हैं। हालांकि, आपको इससे घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसके कुछ घरेलू उपचार भी हैं जो आपको दर्दनाक लक्षणों से राहत दिला सकते हैं।
सेब का सिरका (apple cider vinegar)
यह सच में कहा गया है कि एप्पल साइडर विनेगर किसी जादुई औषधि से कम नहीं है। शायद ही कोई ऐसी चीज हो जिसका इलाज ACV न कर सके। एसीवी के मजबूत जीवाणुरोधी (antibacterial) और एंटिफंगल गुण वजाइना की खुजली और जलन से राहत दिलाने में अद्भुत तरह से काम करते हैं।
यह वजाइना और त्वचा के पीएच को बैलेंस करता है। इसके लिए आप एक गिलास पानी के साथ एक चम्मच ACV पी सकते हैं या फिर नहाने के पानी में आधा कप ACV मिला सकते हैं। इसका डायरेक्ट प्रयोग न करें क्योंकि इससे गंभीर जलन भी हो सकती है।
दही और शहद (Yogurt and honey)
दही का प्रीबायोटिक नेचर वजाइना की खुजली और जलन के इलाज में मदद कर सकता है। दही जब शहद के साथ मिलाकर खाया जाता है तो यह दो तरह से मदद कर सकता है। पहला ये है कि अपने एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों के चलते शहद जलन से छुटकारा दिलाने में सहायक है, तो दूसरा दही में प्रोबायोटिक यौगिक बैक्टीरिया में असंतुलन को ठीक करने में मदद कर सकता है, जिससे आपका Yeast infection और Bacterial infection का खतरा कम हो सकता है। इस समस्या के समाधान के लिए आप दही और शहद को मिलाकर दिन में एक बार इसका सेवन कर सकते हैं। जल्दी परिणाम देखने के लिए इसे सुबह और दोपहर भी खा सकते हैं।
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तुलसी
तुलसी एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है जो कई तरह के इलाज में कारगर है। आयुर्वेद में बड़े पैमाने पर तुलसी का प्रयोग किया जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो वजाइना में जलन और खुजली के इलाज में भी मदद कर सकती है। इसके लिए आपको तुलसी के कुछ पत्तों को पानी में उबालना है। अब पानी को ठंडा होने दें और इससे अपने वजाइनल पार्ट को दिन में 2-3 बार गीला करें।
टी ट्री ऑयल (Tea tree oil)
टी ट्री ऑयल के एंटी-फंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण इसे योनि में जलन और खुजली के इलाज के लिए प्रभावी बनाते हैं। अपनी उंगलियों में टी ट्री ऑयल की 2-3 बूंदें लें और इसे अपने वजाइना की बाहरी त्वचा पर लगाएं। यह किसी भी यीस्ट इंफेक्शन को नष्ट करने में मदद कर सकता है।
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ठंडा सेंक (Cold compress)
अगर आपको बहुत ज्यादा खुजली हो रही है तो कोल्ड कंप्रेस के जरिए आप तुरंत राहत पा सकती हैं। इसके लिए आप कुछ बर्फ के टुकड़े लें और उन्हें एक साफ सूती कपड़े में लपेट लें। आइस पैक को इनफेक्टिड जगह पर कुछ मिनट के लिए रखें। इसे आप दिन में 3-4 बार दोहरा सकते हैं।
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