हाई बीपी यानी हाइपरटेंशन को मैनेज करना बेहद मुश्किल है। इसके लिए दवाएं और घरेलू नुस्खे तो अपनी जगह हैं, लेकिन ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से हाई बीपी की समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है।
क्या सुबह उठने के बाद आपका बीपी बढ़ा हुआ रहता है। दरअसल, हम जो एक्टिविटी करते हैं और जिस समस्या से ग्रसित हैं, उसके अनुसार ब्लड प्रेशर बदलता रहता है। चिंता, तनाव, ज्यादा कसरत, शराब का सेवन जैसी चीजें ब्लड प्रेशर से जूझ रहे लोगों में बीपी लेवल को तेजी से बढ़ा देती हैं।
जिससे स्ट्रोक, हार्ट अटैक यहां तक की मौत भी हो सकती है। ऐसी किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए बीपी को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। दवाएं, घरेलू नुस्खे, व्यायाम आपके ब्लड लेवल को नियंत्रित करने के कुछ भरोसेमंद तरीके हैं। इनमें से एक है ब्रीदिंग एक्सरसाइज। यह एक सांस लेने की एक्सरसाइज है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती है। तो चलिए जानते हैं सांस लेने की इन 3 बेस्ट तकनीकों के बारे में।
हाई ब्लड प्रेशर के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज
दरअसल, यह व्यायाम सांस के जरिए किया जाता है, जिससे बीपी को कम करने के साथ ही हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। धीमी और गहरी सांस लेने की यह तकनीक पैरासिंपेथेटिक तंत्रिका तंत्र को एक्टिव करती है, जो हृदय गति को प्रभावी ढंग से न केवल प्रबंधित करती है, बल्कि ब्लड वैसल्स को भी पतला करती है, जिससे
ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है।
तनावपूर्ण स्थितियों में गहरी सांस की एक्सरससाइज करने से आप किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना आसानी से कर सकते हैं।
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समान श्वास तकनीक
यह श्वास तकनीक समान श्वास लंबाई पर फोकस है। यह एक नियंत्रित श्वास तकनीक है, जिसे करना बेहद आसान है।
इसे करने के लिए पहले किसी शांत जगह पर आराम से बैठ या लेट जाएं।
अब अपनी आंखें बंद करते हुए मांसपेशियों को आराम दें।
अब अपनी नाक से 4 सैकंड के लिए सांस लें।
कुछ सैंकड के लिए होल्ड करें ताकि हवा
आपके फेफड़ों में रिलेक्स कर सके।
फिर से 4 सैकंड के लिए अपनी नाक से सांस छोड़ें। इसे 5-10 बार दोहराने पर आपका बीपी एकदम नॉर्मल हो जाएगा।
30 सेकेंड सांस लेने की तकनीक
हाई बीपी और सामान्य बीपी से जूझ रहे 20 हजार जापानी व्यक्तियों पर किए गए अध्ययनों के अनुसार, केवल 30 गहरी सांस लेने से भी ब्लड प्रेशर लेवल का मैनेजमेंट आसान हो जाता है। अध्ययन से पता चला है कि 30 सैकंड के अंदर 6 गहरी सांस लेने से सिस्टोलिक बीपी में कमी आती है। जानते हैं इसे करने का तरीका-
सबसे पहले किसी शांत जगह पर आराम से बैठ जाएं।
अपनी रीढ़ को सीधा रखें, आंखें बंद करें और रिलेक्स करेँ।
30 सेकेंड के लिए टाइमर सेट करें और इस समय 6 गहरी सांस लें।
आवश्यकतानुसार इस पूरी प्रक्रिया को फिर से दोहराएं।
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डायाफ्रामिक ब्रीदिंग
डायाफ्रामिक ब्रीदिंग एक तरह की ब्रीदिंग एक्सरसाइज है, जो आपके डायाफ्राम को मजबूत करने में मदद करती है। यह पेट की मांसपेशियों और डायाफ्राम को बांधे रखती है। इसे रोज करने से हृदय गति धीमी करने और ब्लड प्रेशर को स्थिर करने में मदद मिल सकती है। इस सांस लेने के व्यायाम को कभी-कभी बेली ब्रीदिंग या फिर एब्डोमिनल ब्रीदिंग भी कहते हैं।
इसे करने के लिए सबसे पहले अपने घुटनों और सिर के नीचे एक तकिया लेकर सपाट सतह पर आराम से लेट जाएं।
अपने आप को रिलेक्स करें। फिर एक हाथ नाभि के ऊपर और दूसरा छाती पर रखें।
2 सैकंड के लिए अपनी नाक से श्वास लें और ध्यान दें कि सांस लेते वक्त आपका पेट कैसे ऊपर उठता है।
अपने पेट की मांसपेशियों को जोड़कर धीरे-धीरे अपने मुंह से सांस छोड़ें। पेट से सारी हवा बाहर निकाल दें।
इस व्यायाम को दिन में 10 बार दोहराने से बीपी में बहुत अंतर देखने को मिलेगा।
इन ब्रीदिंग टेक्नीक को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात करें। आपको सभी तकनीकों को ट्राय करना चाहिए, ताकि पता चल सके कि आपके लिए सबसे बेहतर कौन सी है।
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