अपने फिटनेस गोल्स को पूरा कैसे करें का जवाब, दे रही हैं, भूमि पेडनेकर वह भी 950 सीढ़ियां चढ़कर। आइए जानते हैं भूमि की फिटनेस के इस राज को और सीढ़ियां चढ़ने के फायदों के बारे में।
बॉलीवुड इंडस्ट्री में ऐसे बहुत से एक्टर और एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने फैट टू फिट होने का सफर बहुत तेजी और साधारण तरीके से हासिल किया है। इन्हीं में से एक है भूमि पेडनेकर। 'दम लगा के हईशा' में भूमि एक बेहद मोटी औरत का किरदार निभाती नजर आई थी। लेकिन आज वह बॉलीवुड की सबसे फिट एक्ट्रेस में से एक हैं। हाल ही में भूमि पेडनेकर की एक पुरानी वीडियो तेजी से वायरल हो रही है जिसमें वह एक बैंबू फॉरेस्ट में 950 सीढ़ियां चढ़ती नजर आ रही हैं।
यह वीडियो इंस्टाग्राम पर डाली गई है। भूमि की यह वीडियो उन लोगों के लिए बहुत प्रेरणादायक है जो अपने फिटनेस गोल्स अचीव करने को लेकर गंभीर हैं। वहीं भूमि की इस वीडियो को देखकर लोग उनके स्टैमिना और क्षमता की भी तारीफ करते थक नहीं रहे हैं। लेकिन ऐसे में एक सवाल यह भी उठता है कि आखिर सीढ़ियां चढ़ना कितना फायदेमंद है, आइए जानते हैं...
फोटो साभार: indiatimes
सीढ़ियां और फिटनेस गोल्स का कनेक्शन
केवल शरीर की मांसपेशियों के लिए ही नहीं, बल्कि आपके हृदय के लिए भी लाभदायक है। बीते साल यानी 2020 में यूरोपीय सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा इस पर एक अध्ययन भी किया गया है। यह अध्ययन बताता है कि सीढ़ियां चढ़ने उतरने से पूरे शरीर की क्षमता बेहतर होती है।
आपको बता दें कि यह रिसर्च उन लोगों पर किया गया, जिनमें कोरोनरी रोग के लक्षण मौजूद थे। इसमें इन मरीजों को छाती में दर्द होना या कार्य करते हुए सांस लेने में दिक्कत आना शामिल था।
इस अध्ययन के अंदर शामिल किए गए मरीजों को ट्रेड मिल पर तेज गति से तब तक चलना या दौड़ना था। जब तक वह पूरी तरह थक ना जाए। इस दौरान पाया गया कि
इन मरीजों की एक्सरसाइज करने की क्षमता बेहतर हुई। ज्ञात हो कि एक्सरसाइज की क्षमता मापने के लिए Metabolic Equivalents का तरीका अपनाया था।
इसके बाद मरीजों को 15 से 20 मिनट तक का रेस्ट दिया गया। अब उन्हें 60 सीढ़ियां तेज गति से चढ़ने को कहा गया। लेकिन इसमें दौड़ना शामिल नहीं था। इस बीच मरीजों की सीढ़ियां चढ़ने के लिए लगने वाले समय और मेटाबॉलिक रेट को मापा गया।
इसमें परिणाम आया कि जिन लोगों ने सीढ़ियां चढ़ने में 45 सेकंड का समय लिया उनका मेटाबॉलिक रेट 9 से 10 (MET) आया। यानी इन लोगों को कोरोनरी हृदय रोग का खतरा कम था। जबकि जिन लोगों को 1.5 मिनट तक का समय लगा उनका MET 8 से कम पाया गया। यानी इन लोगों को कोरोनरी रोग का खतरा अधिक है।
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सीढ़ियां चढ़ने और उतरने के फायदे
सीढ़ियां चढ़ना और उतरना दोनों को ही एक एरोबिक गतिविधि के अंदर गिना जाता है। यह गतिविधि आपके कोर को मजबूत करने का कार्य करती है। इसके अलावा सीढ़ियां चढ़ने और उतरने के फायदे आपको हैमस्ट्रिंग, ग्लूटस, काल्व्स पर दिखाई देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप यह गतिविधि करते हैं तो इससे आपके यह अंग भी अधिक मूव करते हैं।
पैर बनते हैं सुडौल
ऐसे में अगर आप सीढ़ियां चढ़ते उतरते हैं तो इससे आपके पैर सुडौल हो जाते हैं और पैर की धमनियां भी लचीली होने लगती हैं। जिसकी वजह से रक्त प्रवाह आसानी से होने लगता है और हृदय स्वस्थ रहने लगता है।
सावधानी भी जरूरी
अगर आप अपनी दिनचर्या में सीढ़ियां चढ़ने उतरने की गतिविधि करने की सोच रहे हैं, तो ध्यान रहे कि इससे पहले आपका शरीर पर नियंत्रण होना बेहद जरूरी है। वहीं अगर आपको किसी तरह की कोई समस्या है तो बिना डॉक्टर की सलाह के इस गतिविधि को ना करें।
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