कैलेंडुला एक बेहद प्रभावी फूल है। इसकी चाय बनाकर पीने से बुखार, जलन, घाव और त्वचा से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है। इसमें एंटीसेप्टिक- एंटीफंगल गुण होते हैं, जिसके प्रयोग से स्किन से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं।
कैलेंडुला का फूल दवाओं को बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके फूल त्वचा के लिए भी बहुत अच्छे माने जाते हैं। पर क्या आपने कभी कैलेंडुला की फूल की चाय ट्राय की है। सुनने में भी आपको अजीब लग रहा होगा। लेकिन कैलेंडुला के फूलों से बनी चाय आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
यह चाय फूलों को उबलते पानी में डालकर बनाई जाती है। इसका अर्क फूलों और पत्तियों दोनों से मिलता है। बेशक आपको इसका स्वाद थोड़ा कड़वा लगे, लेकिन इसके बावजद कैलेंडुला चाय एक पारंपरिक उपचार है। तो चलिए हम यहां आपको बताते हैं इस फूल के 7 स्वास्थ्य लाभों के बारे में।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
कैलेंडुला के अर्क में कई शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसके अलावा इसमें ट्यूमर नेक्रोसिस फैक्टर अल्फा जैसे एंटीइंफ्लेमेट्री कंपाउंड्स भी हैं। इस चाय को पीने से मोटापे के साथ सूजन और
की शुरूआत को रोकने में मदद मिलती है। एक स्टडी के निष्कर्षों से पता चला कि कैंलेंडुला अर्क में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को काफी हद तक कम कर देता है।
घाव और त्वचा के अल्सर का उपचार करे
तेल, मलहम और टिंचर में पाया जाने वाला कैलेंडुला का अर्क घावों और अल्सर के इलाज के लिए उपयोग किया जाता रहा है। आप चाहें, तो चाय को स्प्रे बोतल के माध्यम से अपनी त्वचा पर लगा सकते हैं। टेस्ट ट्यूब और जानवरों का अध्ययन इस ओर इशारा करता है कि कैलेंडुला अर्क
को रैगुलट कर बहुत जल्दी घाव को भरने का काम करता है। घाव और अल्सर के उपचार को बढ़ावा देने के लिए आप इसे विभिन्न रूपों में अपनी त्वचा पर लगा सकते हैं।
कैंसर कोशिकाओं से लड़े
कैलेंडुला के फूल में मौजूद फ्लेवेनॉइड और ट्राइटरपीन, एंटीऑक्सीडेंट ल्यूकेमिया, मेलेनोमा, कोलन और पैंक्रियाज कैंसर सेल्स से लड़ सकते हैं।एक अध्ययन के अनुसार, कैलेंडुला अर्क उन प्रोटीनों को एक्टिव करता है, जो कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में सक्षम हैं।
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एंटीफंगल और एंटीमाइक्रोबियल गुण
कैलेंडुला के फूल का अर्क अपने एंटीफंगल और एंटीमाइक्रोबियल गुणों के कारण जाना जाता है। एक टेस्ट ट्यूब अध्ययन के अनुसार, गेंदे के फूलों से निकलने वाला तेल
कैंडिडा यीस्ट से लड़ने में प्रभावी
साबित हुआ है। आप इसका तेल, मलहम और स्प्रे सीधे अपनी त्वचा पर लगा सकते हैं।
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मौखिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
अगर आप किसी भी तरह की ओरल हेल्थ से जूझृ रहे हैं, तो एक बार कैलेंडुला की फूल की चाय जरूर पीकर देखिए। यह हर्बल चाय मसूड़ों की सूजन के इलाज में मदद कर सकती हैं। 6 महीने के अध्ययन में पाया गया कि मसूडों की सूजन से ग्रसित लोगों को कैलेंडुला माउथवॉश का इस्तेमाल करने पर सूजन में बहुत आराम मिला। गेंदे की फूल की चाय से गरारे करने से गले में खराश से राहत मिलती है।
त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करे
आजकल कैलेंडुला के फूल का अर्क का इस्तेमाल कॉस्मेटिक जैसे क्रीम और मलहम में भी किया जाने लगा है। अध्ययनों के अनुसार, गेंदे के फूल का अर्क स्किन हाइड्रेशन को बढ़ाने के साथ इसमें लचीलापन भी ला सकता है। कैलेंडुला में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एसपीएफ स्किन डैमेज को कम कर त्वचा की बढ़ती उम्र को रोकने में सक्षम हैं ।
कैलेंडुला के फूल की चाय के उपयोग
जिन महिलाओं के पीरियड्स इरैगुलर होते हैं, उनके लिए यह चाय बहुत फायदेमंद है।
माइक्रोबियल गुणों के चलते यह फेस टोनर के रूप में बढ़िया काम करता है।
ह्रदय स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी आप गेंदे की फूल की चाय बनाकर पी सकते हैं। दरअसल, इस चाय में मौजूद एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीऑक्सीडेंट गुण हार्ट अटैक की संभावना को कम करते हैं।
चूहों के एक अध्ययन से पता चला है कि यह चाय व्यायाम के कारण मांसपेशियों में होने वाले दर्द को दूर करने में कारगार है।
कैलेंडुला की फूल की चाय बनाकर पीने से दांत के दर्द में काफी आराम मिलता है।
कैलेंडुला की फूल की चाय बनाने का आसान तरीका
इस चाय को बनाने के लिए एक बर्तन में दो गिलास पानी लें और इसे उबलने के लिए रख दें।
जब पानी उबल जाए, तो इसमें कैलेंडुला की फूल की पंखुडियां डाल दें। ध्यान रखें पंखुड़ियों को पहले सुखा लें।
अब पानी को कम से कम 5 मिनट तक धीमी आंच पर उबलने दें। इस दौरान पानी ढंका होना चाहिए।
जब पानी अच्छी तरह उबल जाए, तो कैलेंडुला के फूल की पंखुडियों का रंग पानी में दिखने लगेगा। इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए।
अब गैस बंद कर दें और एक चम्मच शहद डालकर पीएं। इसे पीने के अलावा आप चाहें तो चकत्ते या घावों पर भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आप इस चाय का तुरंत उपयोग नहीं कर रहे, तो इसे एक सप्ताह तक फ्रिज में स्टोर करके रखा जा सकता है।
कैलेंडुला एक हर्बल चाय है, जिसे FDA ने सुरक्षित माना है। लेकिन ध्यान रखें कि यदि आप गर्भवती हैं और ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए दवा ले रहे हैं तो आपको कैलेंडुला या मैरीगोल्ड टी या गेंदे की फूल की चाय पीने से बचना चाहिए।
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