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Tuesday, June 15, 2021

कभी गोल-मटोल कहकर मजाक उड़ाते थे लोग, नाश्‍ते में पराठे खाकर एक साल में इस स्कॉलर ने घटा लिया 24 Kg वजन

अपने ग्रुप में गोल-मटोल होने के कारण 29 साल की रिसर्च स्कॉलर मुनमुन भसीन सामाजिक तौर पर लोगों से बात करने में झिझकती थीं। आसपास के लोग हर वक्त उनका मजाक बनाते और ट्रोल करने लगे थे। लोगों की इन हरकतों ने उनकी मानसिक स्थिति को बदतर बना दिया था। उस समय मुनमुन को महसूस हुआ कि अब खुद पर ध्यान देने का समय है। इसलिए एक साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने 24 किलो वजन कम कर लिया। वजन कम करने का यह सफर कैसा रहा , जानने के लिए आगे पढ़ें मुनमुन की ये प्रेरणादायक वेटलॉस स्टोरी । नाम- मुनमुन भसीनउम्र- 29 सालव्यवसाय- रिसर्च स्कॉलरहाइट- 5 फीट 3 इंचरिकॉर्ड किया वजन - 87 किलोवजन कम किया- 24 किलोवजन घटाने में लगने वाला समय- 1 साल(फोटो साभार: TOI)

बैंगलोर की रहने वाली 29 वर्षीय मुनमुन कभी 87 किलो की थी। लोग मोटापे का मजाक उड़ाते थे। एक साल में डाइट और वर्कआउट की मदद से 24 किलो वजन घटा लिया।


कभी गोल-मटोल कहकर मजाक उड़ाते थे लोग, नाश्‍ते में पराठे खाकर एक साल में इस स्कॉलर ने घटा लिया 24 Kg वजन

अपने ग्रुप में गोल-मटोल होने के कारण 29 साल की रिसर्च स्कॉलर मुनमुन भसीन सामाजिक तौर पर लोगों से बात करने में झिझकती थीं। आसपास के लोग हर वक्त उनका मजाक बनाते और ट्रोल करने लगे थे। लोगों की इन हरकतों ने उनकी मानसिक स्थिति को बदतर बना दिया था। उस समय मुनमुन को महसूस हुआ कि अब खुद पर ध्यान देने का समय है। इसलिए एक साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने 24 किलो वजन कम कर लिया। वजन कम करने का यह सफर कैसा रहा , जानने के लिए आगे पढ़ें मुनमुन की ये प्रेरणादायक वेटलॉस स्टोरी ।


नाम-

मुनमुन भसीन

उम्र-

29 साल

व्यवसाय-

रिसर्च स्कॉलर

हाइट-

5 फीट 3 इंच

रिकॉर्ड किया वजन -

87 किलो

वजन कम किया-

24 किलो

वजन घटाने में लगने वाला समय-

1 साल

(फोटो साभार: TOI)



​टर्निंग पॉइंट
​टर्निंग पॉइंट

मुनमुन बताती हैं कि जब मैं अपने आसपास अपने स्लिम-फिट दोस्तों को देखती थी, तो मुझे ग्रुप में बहुत अजीब महसूस होता था। भले ही इसने मुझे खास रूप से प्रभावित नहीं किया, लेकिन मोटी होने के कारण मेरे आत्मविश्वास में कमी आने लगी। आसपास के लोगों से बात करने में संकोच होने लगा था। ऐसा इसलिए होता था, कि लोग जो मेरे बारे में पहली चीज देखते थे, वह था मेरा बढ़ा हुआ वजन। यह मेरे लिए किसी शर्मिंन्दगी से कम नहीं था। इस तरह के कुछ उदाहरणों ने मुझे कुछ ऐसा करने की हिम्मत दी, जिससे मुझे खुशी मिले और मैं पॉजिटिव महसूस करूं।

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​डाइट
​डाइट

नाश्ता-

वेजीटेबल ओट्स के साथ दो बॉइल अंडे का सफेद भाग या फिर एक कटोरी देसी घी में बनी सब्जी के साथ एक पराठा।

दोपहर का खाना-

एक कटोरी मौसमी सब्जियां, दाल, दही, चावल के साथ 1

गेहूं की रोटी का सेवन

किया। सलाद के रूप में पनीर या टोफू सलाद का ऑप्शन चुना।

रात का खाना-

वेजिटेबल ओट्स सैंडविच के साथ दो बाउल अंडे का सफेद भाग।

प्री-वर्कआउट मील-

एक केले के साथ भीगे हुए बादाम और किशमिश।

पोस्ट वर्कआउट मील-

एग व्हाइट या फिर प्रोटीन शेक लेना अच्छा विकल्प है।

लो कैलोरी रेसिपी-

लो फैट पनीर के साथ तली हुई सब्जियां, नींबू के साथ

स्प्राउट सलाद

और सूखे भुने हुए बीज ,नट्स और सेब के साथ लो फैट वाला ग्रीट योगर्ट लिया।

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​सीक्रेट वर्कआउट
​सीक्रेट वर्कआउट

कार्डियो वह वर्कआउट है, जिसे मुनमुन ने प्राथमिक तौर से वजन कम करने के लिए चुना। यह किसी भी एक्सरसाइज के लिए दिन की शुरूआत करने का अच्छा तरीका है। देखा जाए, तो यह बहुत फैंसी नहीं है, लेकिन आपको ट्रेंड करने में मदद जरूर करता है।

मुनमुन बताती हैं कि सप्ताह में 6 दिन स्ट्रेथ ट्रेनिंग के साथ कॉर्डियो को कंबाइन किया। HIIT ने मेरा वर्कआउट स्टेमिना बढ़ाने में मेरी बहुत मदद की। चूंकि

कार्डियो फैट लॉस का बेहतरीन विकल्प है

, लेकिन यह मांसपेशियों को टोन और मजबूत बनाने में भी मदद करता है। मुनमुन कहती हैं कि किसी भी एक्सरसाइज रूटीन को शुरू करने से पहले ध्यान केंद्रित करना और धैर्य रखना बहुत जरूरी है।

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​फिटनेस रूटीन
​फिटनेस रूटीन

फिटनेस के लिए किसी डाइट को फॉलो करने के लिए जरूरी है कि यह समझा जाए, कि यह आपके बॉडी के अनुकूल है या नहीं। आपके शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले हाई स्पीड वर्कआउट के बजाय स्लो वर्कआउट करना बेहतर है।



​ओवरवेट होने के दौरान किन समस्याओं का सामना किया
​ओवरवेट होने के दौरान किन समस्याओं का सामना किया

ओवरवेट होने के कारण किसी भी प्रकार की फिजिकल एक्टिविटी को करने में बहुत जल्दी थकान हो जाती थी। इसके अलावा लोगों के ताने जैसे ये तो खाते-पीते घर की है सुनना मेरे लिए बहुत अच्छा अनुभव नहीं था। मेरा कई बार मजाक उड़ाया गया और धमकाया भी गया। लेकिन लोगों की इन बातों का मुझ पर बहुत असर पड़ा और इसने मुझे फिटनेस के रास्ते पर बढऩे के लिए प्रेरित किया।



​लाइफस्टाइल में बदलाव
​लाइफस्टाइल में बदलाव

वजन कम करने के लिए

लाइफस्टाइल में कई तरह के बदलाव करने पड़ते हैं। मुनमुन ने भी ऐसा ही किया। उनके लिए सबसे बड़ा बदलाव था शारीरिक रूप से सक्रिय रहना। मुनमुन कहती हैं कि मैं अपने खाली समय में मोबाइल, टीवी या लैपटॉप से चिपके रहने के बजाय आउटडोर एक्टिविटीज करती थी। इसलिए आप भी अपनी पसंद की कोई भी एक्टिविटी चुनें और इसे आदत बना लें।



​वेटलॉस से मिली सीख
​वेटलॉस से मिली सीख

कुछ भी हासिल करने के लिए आपको किसी और के साथ प्रतिस्पर्धा करने की जरूरत नहीं है। अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए खुद के साथ कॉम्पिटीशन करें। शारीरिक से ज्यादा

मानसिक रूप से खुद को फिट रखना

चाहिए। इस वेटलॉस जर्नी में मुनमुन ने हर छोटी से छोटी संभव सफलता का जश्र मनाया। इससे उन्हें शानदार और रोमांचकारी अनुभव में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद मिली।

यदि आपके पास भी ऐसी ही वेट लॉस से जुड़ी अपनी कहानी है, तो हमें

nbtlifestyle@timesinternet.in

पर भेजें।

अंग्रेजी में इस स्‍टोरी को पढ़ने के लिए

यहां क्‍लिक करे

डिस्क्लेमर :

लेखक के लिए जो चीजें काम आईं जरूरी नहीं है कि आपके लिए भी काम करें। तो इस लेख को आंख मूंदकर फॉलो करने से बचें और पता करें कि आपके शरीर के लिए सबसे अच्छा क्या काम करता है।





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