कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच, COVID से जुड़े नए लक्षण सामने आए हैं, जिनमें से एक सुनने की क्षमता पर पड़ने वाला असर भी है।
Coronavirus से लड़ते हुए देश को एक साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है। इस दौरान न सिर्फ वायरस में बदलाव आ रहा है, बल्कि प्रभावित व्यक्ति में दिखने वाले लक्षणों में भी अंतर देखा जा रहा है। COVID19 के आम लक्षणों में बुखार, थकान, स्वाद और गंध न पता चलना आदि शामिल हैं। अब बढ़ते मामलों और वायरस पर लगातार हो रही नई स्टडीज के आधार पर कोरोनावायरस के कुछ नए लक्षण सामने आए हैं, जो पेट, आंख और कान को प्रभावित कर रहे हैं। (सांकेतिक तस्वीरें: istock by getty images)
पिंक आइज़ (Pink eyes)
चाइना में हुई स्टडी के मुताबिक, पिंक आईज या आंख आना (conjunctivitis) भी COVID-19 संक्रमण का लक्षण हो सकता है। इससे आंखें लाल हो जाती हैं और सूजन बढ़ने के साथ ही आंखों से पानी आने लगता है। अध्ययन में शामिल सभी संक्रमित प्रतिभागियों में से जिन 12 में वायरस का नया स्ट्रेन पाया गया, उनमें भी Pink eyes लक्षण देखने को मिला। इन सभी के टेस्ट के लिए नोज और आइज़ स्वाब का इस्तेमाल किया गया था।
आंखों और कोविड-19 के बीच दिखने वाले इस संबंध को लेकर अब तक यही समझा जा सका है कि आंख यदि वायरस के संपर्क में आती है, तो उसके जरिए ये फेफड़ों तक पहुंच जाता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, शरीर में ये वायरस आंखों में मौजूद ocular mucous membrane के कारण प्रवेश कर पाता है और तेजी से फैलता है। हालांकि, इससे देखने की क्षमता पर असर पड़ता है या नहीं? इस बारे में अभी और अध्ययन व शोध की आवश्यकता है।
सुनने की क्षमता पर असर
सुनाई देना बंद होना या फिर कान में रिंगिंग साउंड आना भी कोरोनावायरस के गंभीर लक्षण हो सकते हैं। इंटरनैशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी (International Journal of Audiology) में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, कोविड-19 श्रवण-संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है। एक या दोनों कानों में रिंगिंग साउंड या आवाज गूंजना टिनिटस (Tinnitus) कहलाता है। ये थोड़े समय या फिर लंबे समय तक बना रह सकता है।
कान में अंदर बनने वाली ये ध्वनि बहरेपन का भी लक्षण होता है। जर्नल के मुताबिक, संक्रमित लोगों में से कुछ ने थोड़े वक्त के लिए पूरी तरह से सुनने की क्षमता खो देने का अनुभव किया। स्टडी के अनुसार,
में से करीब 7.6 प्रतिशत लोगों ने किसी ने किसी रूप में सुनने की क्षमता से जुड़ी समस्या का सामना किया।
पेट से जुड़ी समस्या (Gastrointestinal conditions)
COVID-19 शरीर के ऊपरी हिस्सों के अंगों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है, जिससे कई लोग पेट में होने वाली समस्या को इससे नहीं जोड़ते। आपको यह चौंका सकता है, लेकिन कई मामलों में उल्टी और दस्त भी कोरोना संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। एक बार फिर कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच मेडिकल साइंस एक्सपर्ट्स ने लोगों को चेताया है कि वे इन लक्षणों को भी हल्के में न लें। स्टडीज के मुताबिक, कोविड-19 रेस्पिरेटरी सिस्टम के साथ ही किडनी, लिवर और आंतों को भी प्रभावित कर सकता है।
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कोरोनावायरस के लक्षण
कोरोनावायरस के आम लक्षण में बुखार, सूखी खांसी और थकान शामिल हैं।
अन्य लक्षण में खुजली और दर्द होना, गले में खराश, दस्त लगना, आंख आना, सिरदर्द, स्वाद और गंध का पता न चलना, त्वचा पर चकत्ते बनना या हाथ व पैर की उंगलियों के रंग बदल जाना शामिल हैं।
संक्रमण प्रभावित लोगों में कुछ गंभीर लक्षण भी देखने को मिलते हैं, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत, सांस फूलने की समस्या, सीने में दर्द या दबाव का अनुभव होना, बोलने या चलने-फिरने तक में समस्या आ सकती है।
COVID के नए और पुराने स्ट्रेन में क्या है अंतर? कितने अलग हैं इनके लक्षण?
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