मानसिक स्वास्थ्य का किसी खास तरह के लोगों से कोई लेना-देना नहीं है। ब्रिटेन का शाही राजघराना भी इससे अछूता नहीं। तभी तो राजघराने के लोगों ने समय- समय पर मेंटल हेल्थ के बारे में खुलकर बोला है।
शाही राजघराने वाले हमेशा सुर्ख़ियों में बने रहते हैं और कभी भी खुद को कमतर नहीं दिखाना चाहते। बावजूद इसके, जब वे रोजाना की लाइफ में सामना कर रहे अपनी परेशानियों और समस्याओं को शेयर करते हैं तो यह उन्हें विनम्र बनाता है। यही नहीं, इस तरह से वे लोगों के करीब आते हैं और लोग उनकी परेशानी और तकलीफ से खुद को आईडेंटिफाई भी करते हैं।
ब्रिटिश शाही राजघराने के लोगों की लाइफ में भी उदासी और और निराशा के पल आते हैं और उन्होंने बाकायदा इसके बारे में लोगों से खुलकर बात भी की है। इसकी शुरुआत प्रिंसेज डायना ने की थी, उन्होंने अपनी मेंटल हेल्थ के बारे में खुलकर कहा था। अब उनके बच्चे और उनके पार्टनर उनकी इस विरासत को आगे लेकर बढ़ रहे हैं और अपनी रोजाना की समस्याओं और मानसिक दुख-तकलीफ को शेयर कर रहे हैं।
प्रिंसेज डायना ने पोस्टपार्टम डिप्रेशन के बारे में बात की थी
प्रिंसेज डायना की शादी ने आम लोगों को बात करने का मौका दिया था। लेकिन 1995 में BBC के पैनोरमा इंटरव्यू में उन्होंने खुद कई तरह के विषयों पर बात की थी, जिसमें पोस्टपार्टम डिप्रेशन (बच्चे के जन्म के बाद होने वाला डिप्रेशन) भी एक था। उन्होंने कहा था, 'मैं एक ऐसी चीज से परेशान थी, जिसके बारे में कोई भी कभी बात नहीं करता। इसके बारे में लोग समय पर नहीं बल्कि बाद में बात करते हैं। और तब तक यह बहुत मुश्किल भरा हो जाता है। मैंने कई तरह के ट्रीटमेंट लिए लेकिन मैं खुद जानती थी कि मुझे सिर्फ स्पेस और समय चाहिए था ताकि मैं अपनी लाइफ में आए अलग- अलग भूमिकाओं में खुद को ढाल सकूं।'
(फोटो साभार: इंस्टाग्राम)
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निराशा और उदासी के बारे में प्रिंस विलियम
राजशाही परिवार के लोगों ने दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के बारे में बात करने का जिम्मा उठाया है। एयर एम्बुलेंस पायलट के तौर पर अपनी निराशा और उदासी के बारे में प्रिंस विलियम ने बात की। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, 'आप रोजाना कई मुश्किल चीजों को देखते हैं। लोगों को रोते हुए देखते हैं। सच कहूं तो लाइफ ऐसी ही है! आप हमेशा उदासी, निराशा और चोट से जूझते रहते हैं। ऐसे में यदि आप खुद पर ध्यान नहीं देते हैं तो आपको उस स्थिति से निकलने में मुश्किल होती है।'
अपनी मां प्रिंसेज डायना के न रहने का गम
प्रिंस विलियम के मानसिक स्वास्थ्य पर अपनी मां प्रिंसेज डायना के न रहने का भी गहरा असर पड़ा था। उन्होंने एक पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी मारविन सोर्डेल से कहा था, 'आपकी लाइफ में बच्चों के आने से सब कुछ बदल जाता है। एक समय था जब मेरे पिता मेरे आस- पास नहीं थे; जब मैं बहुत छोटा था तब मेरी मां नहीं रही। आपके मन में भावनाओं का ज्वार उठता रहता है। कई बार आप चाहकर भी इसे शेयर नहीं कर पाते हैं क्योंकि यह आपकी जिंदगी का कष्टकारी समय होता है। इसी समय हमें अपने मेंटल हेल्थ को सम्भाल्कार्रखने की जरूरत पड़ती है।'
बच्चों की मानसिक स्थिति की पक्षधर हैं केट मिडलटन
डचेस ऑफ कैम्ब्रिज केट मिडलटन भी अपने पति की तरह, न केवल बड़ों बल्कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बातचीत को बढ़ावा देती हैं। एक बार उन्होंने कहा था, 'लंबे समय तक हम में से अधिकतर लोगों ने इसे स्वीकार नहीं करना चाहा है कि हमारे बच्चों को भी भावनात्मक और साइकेट्रिक मदद की जरूरत होती है। हमें डर लगता है कि यह एक कलंक के तौर पर उनसे जुड़ जाएगा और भविष्य में उनके लिए समस्याएं खड़ी करेगा।' इस बातचीत को सकारात्मक रूप देते हुए उन्होंने आगे कहा था कि बच्चों की सही तौर पर मदद करके हम उनके मेंटल हेल्थ को संवार सकते हैं। इस तरह से उनका भविष्य भी सुरक्षित और बेहतरीन होगा।
अपनी मां की मृत्यु के बारे मन बात की प्रिंस हैरी ने
प्रिंस हैरी ने भी अपने घर वालों की तरह अपने दुख को सबसे शेयर किया था। 2017 में उन्होंने अपनी मां की मृत्यु के बारे में बात की और कहा, 'सिर्फ 12 साल की उम्र में मैंने अपनी मां को खो दिया था। पिछले कई सालों से मैं इस दुख के साथ जी रहा हूं। इसने न सिर्फ मेरी निजी जिंदगी बल्कि मेरी प्रोफेशनल लाइफ पर भी असर डाला है।' उन्होंने यह भी बताया कि किस तरह बॉक्सिंग से उन्हें अपने भीतर छिपे गुस्से को दूर करने और अपने मेंटल हेल्थ को ठीक करने में मदद मिली।
मीडिया से परेशान हुईं मेगन मार्कल
टॉम ब्रैडबाय को दिए एक इंटरव्यू में मेगन ने अपनी उस परेशानी को शेयर किया, जब वह नई मां बनी थी। किस तरह मीडिया ने उनके निजी स्पेस में दखल दिया और उन्होंने कैसा महसूस किया था, के बारे में उन्होंने कहा था, 'कोई भी महिला जब प्रेगनेंट होती है तो बहुत संवेदनशील रहती है। और उस समय मैं ऐसी ही थी, मेरे लिए वह सब बहुत चैलेंजिंग रहा।'
प्रिंस विलियम, केट मिडलटन और प्रिंस हैरी ने लॉन्च किया हेल्थ कैम्पेन
राजशाही घराने के तीन लोगों प्रिंस विलियम, केट मिडलटन और प्रिंस हैरी ने साथ मिलकर हेल्थ कैम्पेन लॉन्च किया था, ताकि मेंटल हेल्थ से जुड़ी रूढ़ियों को दूर किया जा सके। इस कैम्पेन का नाम 'हेड्स टूगेदर' था, जिसकी फंडिंग रॉयल फाउन्डेशन ने की थी। लॉन्च समारोह के दौरान, डचेस ऑफ़ कैम्ब्रिज ने कहा था, 'अधिकतर लोग यह स्वीकार करने से डरते हैं कि वे मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों से संघर्ष कर रहे हैं। उन्हें डर लगता है कि लोग उन्हें जज करेंगे। इस वजह से वे मदद के लिए अपना हाथ आगे नहीं बढ़ाते और उनके परिवार तबाह हो जाते हैं। बेहद दुख भरे पलों में कई लोग अपनी जान भी गंवा देते हैं। हेड्स टूगेदर लोगों की मदद करके उन्हें मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरुक करना चाहता है। किस तरह उन्हें उनके दोस्तों और परिवार से मदद मिल सके, यह भी हमारा लक्ष्य है।'
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