मन और शरीर की शुद्धता के लिए यौगिक डाइट बहुत अच्छी है। यह डाइट एक नहीं बल्कि कई रोगों का इलाज है। इसका पालन करने पर शरीर काफी बेहतर महसूस करता है।
अगर आप शांत, ध्यान और योग की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं, तो यौगिक आहार का सेवन शुरू कर दें। ये तन और मन को शुद्ध करने वाला आहार माना जाता है। इसमें ताजे फल और सब्जियों का ही सेवन करना होता है, जबकि पैक्ड और कैन्ड फूड की मनाही होती है।
एक यौगिक आहार मुख्य रूप से सात्विक आहार होता है, जिसमें ताजे फल और सब्जियां शामिल होती हैं। जबकि मांस, अंडे, प्याज , लहसुन, तले हुए खाद्य पदार्थ और शराब से दूरी बनानी होती है। एक यौगिक आहार मन को तो शांत रखता ही है, साथ में तन को भी दुरूस्त बनाए रखता है। यह डाइट वजन कम करने, पाचन स्वास्थ्य में सुधार करने और खराब मूड को बेहतर बनाने में बेहद फायदेमंद है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे यौगिक डाइट क्या होती है, इसके फायदे और इससे होने वाले नुकसानों के बारे में ।
क्या होती है यौगिक डाइट
यौगिक आहार शुद्धता और संतुलित जीवन के यौग सिद्धांतों पर आधारित है। इसमें सात्विक गुणों वाले खाद्य पदार्थ होते हैं, जो शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाने के साथ मन और शरीर के बीच बेहतर संतुलन बनाते हैं। यौगिक आहार इस विश्वास पर आधारित है कि हमारा शरीर दिमाग से सीधा जुड़ा हुआ है। इसलिए हम क्या खा रहे हैं, इस पर विचार करना चाहिए। सात्विक पदार्थ खाने से मन और शरीर दोनों शुद्ध होंगे।
(फोटो साभार: istock by getty images)
वजन घटाकर शरीर में एनर्जी भरती है Sattvic Diet, जानें कैसे करें इसे फॉलो
यौगिक डाइट के फायदे
वजन घटाने के लिए-
यौगिक आहार का मतलब है फल , सब्जियों और अनाज का सेवन करना। इन खाद्य पदार्थों में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। इसे खाने के बाद आपको काफी समय तक भूख नहीं लगती। ऐसे में पेट भरा रहता है और आप बेवजह अतिरिक्त भोजन खाने से बच जाते हैं। जिससे
हो जाता है।
पाचन में सुधार करे
पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए यौगिक डाइट लाभकारी है। आपको बता दें कि होलग्रेन और फलों में फाइबर अधिक मात्रा में होता है, जो मल प्रक्रिया में सुधार करते हुए बॉवल मूवमेंट को बेहतर बनाते हैं।
विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाले
यौगिक डाइट को अपनी दिनचर्या में शामिल करना अच्छा विकल्प है। यह हमारे शरीर से मल, मूत्र और पसीने के रूप में विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का सफल तरीका है।
चयापचय को बढ़ावा दे
यौगिक आहार में प्लांट बेस्ड फूड शामिल हैं, इसलिए इन्हें पचाना आसान होता है। स्वस्थ भोजन मेटाबॉलिज्म में सुधार करने में मददगार है। इसका सेवन कर आप हल्का महसूस करते हैं।
शरीर में ऊर्जा बढ़ाए
यौगिक आहार आपके शरीर की आध्यात्मिकता पर ध्यान केंद्रित करता है। इस आहार के साथ अपनी दिनचर्या में योग शामिल करना व्यक्ति की मानसिक स्थिति के लिए बहुत अच्छा है।
सिर्फ आलू ही नहीं उसके छिलके भी हैं पावरफुल, फेंकने से पहले सोच लें सौ बार
कौन सा भोजन खाएं
साबुत अनाज- साबुत अनाज यौगिक आहार का ही एक हिस्सा है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के साथ वजन कम करने में मदद करेगा। इस शाकाहारी खाद्य पदार्थ में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जई और जौ जैसे साबुत अनाज अगर आप नाश्ते या फिर दोपहर के भोजन में खाते हैं, तो दिनभर शरीर में फाइबर की कमी नहीं होती। लेकिन रात में सोने से पहले इन हाई फाइबर फूड्स को ना खाएं।
फल
यौगिक आहार में फलों को शामिल कर आप कई रोगों का इलाज घर बैठे ही कर सकते है। फल पोषक तत्वों से भरपूर हैं और शरीर में काम करने की क्षमता को बढ़ाते हैं। सभी
, मिनरल औरअन्य पोषक तत्व स्वस्थ आहार को बनाए रखने में मदद करते हैं।
सब्जियां
फलों की तरह ही सब्जियां भी यौगिक आहार का अहम हिस्सा हैं। इसमें पोटेशियम, फाइबर, फोलेट और विटामिन ए जैसे पोषक तत्वों का समृद्ध स्त्रोत है। ये सभी पोषक तत्व न केवल स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाते हैं, बल्कि कई बीमारियों से बचाने में भी मददगार हैं।
इन चीजों से करें परहेज
शराब- यौगिक डाइट में शराब की मनाही होती है। इसमें मॉडरेशन में लेनी चाहिए। शराब में कई रसायन और विषाक्त पदार्थ मौजूद होते हैं, जो आपको विचलित करने का काम करेंगे। इसलिए इससे बचने की कोशिश करें।
प्रोसेस्ड फूड- प्रोसेस्ड फूड का सेवन यौगिक डाइट में की गई सबसे आम गलतियों में से एक है, जो अधिकतर लोग करते हैं। डायबिटीज और वजन कम करने की स्थिति में तो पूरी तरह से इनसे परहेज करना चाहिए। पैक्ड फूड के बजाय फल, सलाद, नट्स, दूध, ओट्स , सैंडविच और मूसली जैसे विकल्प अपनाने चाहिए।
तला हुआ खाना- यौगिक आहार में आपको योगियों की तरह तले हुए भोजन खाने के बजाय फलों और सब्जियों का सेवन करना होगा। योगी लोग जितना संभव हो, उतना कम और अधिक स्वस्थ भोजन खाते हैं। यहां तक की माइक्रोवेव में पके हुए भोजन को भी यौगिक आहार में लेने से बचें।
यौगिक डाइट के साइड इफेक्ट
यौगिक डाइट के जितने फायदे हैं, उतने नुकसान भी। इस आहार के सेवन से हल्की कमजोरी आना, चक्कर आना, डायबिटीज के रोगियों में हाइपोग्लाइकेमिया के अलावा लंबे समय तक इसे फॉलो करने पर पोषक तत्वों की कमी महसूस होने लगती है। यह आहार पूरी तरह से स्वस्थ और सुरक्षित है, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है। लेकिन कुछ समय के लिए इस डाइट को फॉलो किया जा सकता है।
from Health Tips in Hindi , natural health tips in hindi, Fitness tips, health tips for women - डेली हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन | Navbharat Times https://ift.tt/3ln9u7C
via IFTTT
No comments:
Post a Comment