दालचीनी केवल खाने का जायका ही नहीं बढ़ाती, बल्कि इसका उपयोग आयुर्वेदिक और एलोपैथिक दवाओं में भी किया जाता है। यह चार प्रकार की होती है, जिसमें से एक है सिलोन दालचीनी।
दालचीनी जैसे सुगंधित मसाले से आप सभी परीचित होंगे। लगभग हर भारतीय किचन में यह आसानी से मिल जाती है। खाने में इसे मिलाया जाए, तो स्वाद दोगुना हो जाता है। कई बीमारियों के लिए दालचीनी बढिया घरेलू उपचार है। इसलिए इसे मसालों की रानी भी कहा जाता है। इस आम मसाले के बारे में इतना तो हम सभी जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को पता है, कि दालचीनी एक नहीं बल्कि कई प्रकार की होती है। सीलोन दालचीनी ( मैक्सिकन दालचीनी), कोरंटजे दालचीनी, कैसिया दालचीनी और साइगॉन दालचीनी।
कैसिया दालचीनी आसानी से मिल जाती है, लेकिन सीलोन दालचीनी अन्य किस्मों से जरा अलग है। यह सिनामोमन वर्म पेड़ से आती है। औषधि बनाने के लिए लोग इसकी छाल का प्रयोग करते हैं। इसका विशेष आकार, हल्का रंग और नाजुक स्वाद इसे अन्य दालचीनी से अलग बनाता है। इसका आकार क्विल (पतली परतें) जैसा होता है, इसलिए इसे तोडऩा काफी आसान है। अच्छी बात ये है, कि सीलोन दालचीनी में कूमेरिन बहुत कम मात्रा में होता है। यह नेचुरल प्लांट केमिकल है, जो लीवर डैमेज के लिए जिम्मेदार है। आगे हम आपको बताते हैं कि सीलोन दालचीनी आखिर आपके लिए कैसे और क्यों फायदेमंद है।
डायबिटीज
सीलोन
दालचीनी डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहतर
उपचार है। यह इंसुलिन की गतिविध को उत्तेजित कर शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध को कम करती है। इंसुलिन थैरेपी के विकल्प तलाश रहे लोगों के लिए यह एक अच्छी उम्मीद है।
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कैंसर
कैंसर का अब तक कोई इलाज नहीं है, ऐसे में कैंसर के मरीजों के लिए सीलोन दालचीनी एक आशाजनक घरेलू उपचार है। इसमें
के साथ एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीमाइक्रोबियल गुण भी मौजूद हैं। इन गुणों का होने का मतलब है कि आपकी इम्यून हेल्थ अच्छी रहना। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम एक्टिविटी को बढ़ाते हैं, जो कुछ प्रकार के कैंसर को रोकने का अच्छा इलाज साबित हो सकता है।
ब्लड प्रेशर
दालचीनी की हर किस्म में दालचीनी एसिड पर्याप्त मात्रा में होता है। शोध के अनुसार, सीलोन दालचीनी का सेवन ब्लड प्रेशर को कम करने में लाभकारी है। यहां तक की ह्दय से जुड़ी समस्आयों का भी यह बेहतरीन इलाज है।
दालचीनी की चाय के फायदेमंद
आपने कई लोगों को
करते देखा होगा। बीमारियों से बचने के लिए यह एक बेहतर डिटॉक्स ड्रिंक है, जो वजन कम करने में बहुत मदद करती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि इसे सुबह खाली पेट लिया जाए। नीचे दी गई विधि से आप दालचीनी की चाय तैयार कर सकते हैं।
सबसे पहले एक पैन में पानी डालें। इसमें दालचीनी और तुलसी के कुछ पत्ते डाल लें।
पानी को मध्यम आंच पर पांच से छह मिनट के लिए उबालें । इस दौरान पैन को ढक्कन से ढंक दें।
आपको पानी तब तक उबालना है, जब तक की वह आधा न रह जाए।
अब इस पानी को कप में डालकर स्वादानुसार नींबू का रस मिलाएं।
स्वाद के लिए एक चम्मच शहद भी मिलाएं और तुरंत पी जाएं।
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सीलोन दालचीनी कई बीमारियों का रामबाण उपचार है। नेशनल सेंटर ऑफ कंप्लीमेंट्री एंड इंटीगे्रटेड हेल्थ के अनुसार दालचीनी की खुराक मरीजों के लिए सुरक्षित और प्रभावी मानी गई है, लिहाजा इसे ठीक से लिया जाए। दवा के रूप में इसे लंबे समय तक इस्तेमाल करना हानिकारक हो सकता है। इसलिए किसी भी वैकल्पिक उपचार के साथ दालचीनी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए।
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