इस वक्त दुनिया भर के लोग कोरोना (covid-19) की मार झेल रहे हैं। कोविड-19 खत्म करने की वैक्सीन भले ही आ गई हो, लेकिन यह कितनी असरदार होगी इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। वहीं लंदन में इन दिनों नए प्रकार के वायरस के मामले में तेजी से बढ़त हो रही है।
इस वक्त दुनिया भर के लोग कोरोना की मार झेल रहे हैं। कोविड-19 खत्म की वैक्सीन भले ही आ गई हो, लेकिन यह कितनी असरदार होगी इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। वहीं लंदन में इन दिनों नए प्रकार के वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना को लेकर वैज्ञानिकों ने हर दिन नई-नई बातों को लेकर खुलासा होता है।
इस वायरस पर आए दिन ही शोध होते आते रहते हैं। जितना अधिक हम इस वायरस के बारे में सीखते हैं, उतना ही इसे जान पाते हैं कि इसे मामूली बुखार की तरह समझने की भूल नहीं करनी चाहिए। क्योंकि किसी तंदरुस्त व्यक्ति में भी कोविड-19 के लक्षण दिख सकते हैं।
पोस्ट कोविड की परेशानियां
वायरस खास तौर से उनके लिए अधिक हमलावार हो सकता है जो पहले से ही कई तरह की चिकित्सक बीमारियों से जूझ रहे हैं। ऐसे व्यक्ति कोरोना वायरस के कुछ लक्षणों से ही सरल कार्य को करने में अपनी सामर्थ न जुटा पाते और कमजोरी महसूस करने लगते। हालांकि, यह ऐसा हमेशा नहीं हो सकता है लेकिन कुछ मामलों में जरूर ऐसी घटना होने की संभावना है। कोविड के लक्षण किसी पर भी अपना प्रभाव छोड़ सकते हैं। मालूम हो कि ऐसी कई हस्तियां हैं, जो इस महामारी का उपचार करा चुके हैं बावजूद इसके कई परेशानियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने वायरस को लेकर अपने अनुभव को साझा किया और वायरस से ठीक होने के बाद होने वाली समस्याएं बयां की। इनमें से कई हस्तियों के बाल अधिक झड़ने लगे तो तमाम को जल्द थकान होने लगी और भी बहुत कई समस्याएं हैं। जानते हैं हस्तियों से उनकी जुबानी।
जोड़ों में दर्द, पीठ दर्द, नसों में दर्द की शिकायत
हॉलीवुड की मशहूर और टॉक शो होस्ट एलेन डिजेनर्स जिनकी हाल ही में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी। उन्होंने बताया कि वायरस के कुछ ऐसे लक्षण है जो मरीज के कोरोना से ठीक होने के बाद भी शरीर को हानि पहुंचाते हैं। ये बेहद दर्दनाक होते हैं, जो पोस्ट कोविड यानी महामारी के उपचार के बाद भी रहते हैं। कोविड से ठीक हो चुके व्यक्ति को हर सरल काम करने के बाद मांसपेशियों में दर्द रहता है। म्यालगिया की अचानक शुरुआत हो जाती है जो शरीर में तेजी से वायरस का एक कॉमन फेक्टर बन जाता है। मांसपेशियों- जोड़ों में दर्द, पीठ दर्द, नसों में दर्द और शरीर में सूजन जैसी तमाम समस्याएं हो सकती हैं। दर्द और सूजन का एक साथ होना शरीर के लिए बेहद संवेदनशील हो सकता है। इन लक्षणों के चलते वायरस ब्लडस्ट्रीम के जरिए भी फैल सकता है और शरीर के ऊतकों में संक्रमण का कारण बन सकता है।
पोस्ट कोविड में थका-हारा महसूस करता है व्यक्ति
कोरोना की जंग जीतने के बाद भी इंसान खुद को एक थका हारा सा महसूस करता है। कोविड से व्यक्ति की भूख कम हो सकती है। खास तौर से उनकी जो इस वायरस के गंभीर लक्षणों की मार झेल चुके हैं। इसकी चपेट में आए व्यक्ति का शरीर अपनी सहनशक्ति और मांसपेशियों को खो देता है और अत्यधिक कमजोरी महसूस करता है। जानकारी के लिए बता दें कि वजन कम होना भी बीमारी का एक कॉमन साइड इफेक्ट है। एक तरह से कहा जाए तो वायरस से ठीक हो चुके व्यक्ति में उसके लक्षण फिर भी मौजूद रहते हैं। लिहाजा व्यक्ति को एक कोविड की रिकवरी के दौरान हेल्थी डाइट लेना बेहद जरूरी है जिससे आपके शरीर का बैलेंस बना रहता है।
बनने लगते हैं खून के थक्के
ब्लड क्लोथिंग यानी खून के थक्के बनने से भी शरीर में तमाम तरह की समस्याएं जन्म लेती हैं। रक्त के थक्के बनने से पैरों की नसों में दर्द रहता है और ऐसे में चलने-फिरने में काफी दिक्कतें आती हैं। इस तरह के लक्षण उन लोगों द्वारा अनुभव किए जा सकते हैं जो कोविड-19 को काफी पहले झेल चुके हैं। वे इस बीमारी की चपेट में आने के बाद सूजन की समस्याओं से परेशान हैं। इसके साथ ही उनके शरीर के अंग भी सुन्न होने लगते हैं और त्वचा मुंडने लगती है।
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