ब्राउन शुगर और सफेद चीनी दोनों ही स्वास्थ्य के लिए अच्छी भी है और खराब भी। यदि आप डायटिंग पर हैं और जानना चाहते हैं कि आपकी हेल्थ के लिए कौन सी शुगर अच्छी रहेगी, तो यहां जानें दोनों में से किसका चुनाव रहेगा ज्यादा बेहतर।
जो लोग अपनी सेहत का खास ख्याल रखते हैं और हमेशा तंदुरुस्त रहना चाहते हैं उनके लिए कई फूड आइटम्स एक डिबेट का टॉपिक बन जाते हैं कि कौन किसकी तुलना में कितना फायदेमंद है। ठीक वैसे ही अक्सर लोग यह भी सोचते हैं कि उन्हें अपनी सेहत के लिए किस शुगर का चुनाव ठीक रहेगा व्हाइट या ब्राउन शुगर का।
हालांकि, इन दोनों शुगर का प्रयोग तमाम फूड आइटम्स में मिठास लाने के लिए ही किया जाता है लेकिन व्हाइट और ब्राउन शुगर में कई अंतर हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि चीनी यानी व्हाइट शुगर एक प्राकृतिक घटक है जो कि हमारी रसोई का एक अहम हिस्सा है। गुणों में दोनों भले ही अंतर रखते हों लेकिन व्हाइट और ब्राउन शुगर का उत्पादन एक ही फसल से होता है। बहरहाल, यहां हम आपको इन दोनों शुगर के बीच अंतर और उनके गुण बता रहे हैं।
इस तरह से बनती है ब्राउन और व्हाइट शुगर
गन्ने और चुकंदर के पौधे उष्णकटिबंधीय जलवायु में बढ़ते हैं। गन्ने और चुकंदर की फसलों से ही ब्राउन और व्हाइट शुगर का उत्पादन किया जाता है. हालांकि दोनों को बनाने की प्रक्रिया बिल्कुल अलग है। सबसे पहले गन्ने को कोल्हू तक पहुंचाया जाता है जिसके जरिए इनका रस निकाला जाता है। इसके बाद गन्ने से निकाले गए रस को शुद्ध किया जाता है और फिर इसका गुड़ बनाने के लिए गरम किया जाता है। इस प्रोसेज में भी इसमें काफी गंदगी निकलती है जो कढ़ाई में उफान के दौरान ऊपर उतराती है जिसे धीरे-धीरे साफ किया जाता है।
बता दें कि गुड़ को सीरप भी कहते हैं। गुड़ बनने के बाद एक मशीन के जरिए चीनी को क्रिस्टलाइज्ड फॉर्म में बदला जाता है और फिर चीनी क्रिस्टल को गुड़ से अलग कर दिया जाता है। व्हाइट शुगर को फिर ब्राउन शुगर में बदला जाता है। जहां व्हाइट शुगर बनाने के लिए गुड़ को अलग किया जाता है तो वहीं ब्राउन शुगर में गुड़ की मात्रा मिलाई जाती है। गुड़ के मिलते ही व्हाइट शुगर का ब्राउन शुगर का रंग भूरा होता है। व्हाइट और ब्राउन शुगर के बीच स्वाद और रंग है। सफेद चीनी के बजाय ब्राउन शुगर जोड़ने से रंग और मिठास का स्तर बदल सकता है। इसके अलावा, उनके स्वाद के बीच का अंतर यह है कि ब्राउन शुगर का फ्लेवर आपको कारमेल और टॉफी में मिलता है जबकि सफेद चीनी अधिक मीठी होती है जिसका प्रयोग केक और पेस्ट्री के लिए किया जाता है।
ब्राउन शुगर के फायदे
ब्राउन शुगर आपके शरीर और मस्तिष्क के लिए एक त्वरित ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। इसमें ग्लूकोज मौजूद होता है जो रक्त प्रवाह में प्रवेश करने के बाद ऊर्जा में परिवर्तित होता है। स्पोर्ट्स पर्सन और एथलीट इंस्टेंट एनर्जी को प्राप्त करने के लिए ब्राउन शुगर के क्यूब्स साथ लेकर जाते हैं। बड़ों के साथ-साथ ये बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद है।
स्किन के लिए लाभकारी
ब्राउन शुगर के सेवन से आपकी स्किन का ग्लो भी बरकरार रहता है। चीनी आपके कील, मुंहासों, एक्जिमा और यहां तक कि सूजन जैसी त्वचा की कई समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। स्किन के लिए यह एक एक्सफोलिएंट के रूप में काम करती है। यदि आप अपने चेहरे पर शहद और चीनी का मिश्रण लगाते हैं तो इसके कई फायदे हैं। आप चीनी से अपने चेहरे पर स्क्रब के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
मेटाबोलिज्म को बूस्ट करती है ब्राउन शुगर
ब्राउन शुगर में मौजूद गुड़ आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है। मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ने से वजन घटाने में मदद मिलती है। ऐसे में यदि आप खुद को फिट रखना चाहते हैं तो सफेद चीनी की बजाए ब्राउन शुगर को अपनी डाइट में शामिल करें। क्योंकि ब्राउन शुगर वजन घटाने में मदद करती है, लेकिन इसके सेवन की मात्रा का ध्यान रखें।
व्हाइट शुगर के लाभ
आम तौर पर व्हाइट शुगर का प्रयोग अधिक किया जाता है। चाय, हलवा, खीर, बेकरी, केक और तमाम तरह की मिठाइयों को बनाने के लिए व्हाइट शुगर का प्रयोग किया जाता है। व्हाइट शुगर स्वाद में तो अच्छी होती ही है इसके साथ ही सेहत के लिए भी लाभकारी है। सेहत के लिए तमाम पोषक तत्वों के संतुलन को बनाए रखने के लिए चीनी आवश्यक है। वहीं बात अगर ब्राउन शुगर की बात करें तो इसके भी कई फायदे होते हैं। ब्राउन शुगर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट शरीर के साथ-साथ मस्तिष्क को भी ग्लूकोज प्रदान करता है। जानिए ब्राउन शुगर और सफेद चीनी के फायदे।
ऊर्जा प्रदान करती है चीनी
ब्राउन शुगर की तरह व्हाइट चीनी भी लाभकारी है जो शरीर को इंस्टेंट एनर्जी देती है। लो ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए व्हाइट चीनी के क्यूब्स लेने चाहिए जो इससे बढ़ाने में मदद करते हैं।
डिप्रेशन को कम करती है व्हाइट शुगर
व्हाइट शुगर का प्रयोग लोग उस वक्त भी करते हैं जब वे अपसेट यानी दुखी होते हैं। अध्ययन के अनुसार, व्हाइट शुगर दिमाग को ठंडा करने के लिए में मदद करती है। जब भी आप किसी तनाव के शिकार होते हैं तो आप एक चम्मच शुगर या फिर एक चॉकलेट खाकर अपना मूड ठीक कर सकते हैं।
व्हाइट शुगर के साइड इफेक्ट
किसी भी खाद्य पदार्थ का अत्यधिक सेवन आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है और कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। दिल और शुगर के मरीजों के लिए शक्कर का सेवन हानिकारक हो सकता है। चीनी के सेवन से ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और इससे मोटापे का खतरा भी रहता है।
व्हाइट शुगर का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। यहां तक कि चीनी से बने हुए खाद्य पदार्थ जैसे चॉकलेट, केक, कोल्ड ड्रिंक आदि से भी जितना संभव हो बचा जाना चाहिए। आपके पकवान में एक मीठा स्वाद जोड़ने के लिए दोनों शर्करा की आवश्यकता होती है और यह केवल उसी तक सीमित होनी चाहिए।
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