फिजियोथेरपी के बारे में सबसे बड़ा मिथक यह है कि इससे सिर्फ उन लोगों को मदद मिलती है जो चोट से उबर रहे हैं या जिन्हें गले से जुड़ी या पैर दर्द की समस्या है। दरअसल, फिजियोथेरपी आपको पूरी तरह से ठीक कर सकती है और उन समस्याओं को दूर कर सकती है जो आपके रास्ते में आ सकती हैं। वजन को कंट्रोल/कम करना किसी संघर्ष से कम नहीं है लेकिन रेग्युलर फिजियोथेरपी से आप अत्यधिक वजन को कम और दूसरी दिक्कतों को होने से रोक सकते हैं। यह उन लोगों के लिए भी मददगार साबित हो सकती है जो इंजरी के बाद बढ़े वजन की समस्या से जूझ रहे हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि ऐसा कैसे संभव है... फिजिकल थेरपी का फोकस को ठीक करने के साथ उसमें गतिशीलता को बढ़ाने और उसे बेहतर करने पर होता है। जब स्थिति धीरे-धीरे ठीक होती है और आप जान जानते हैं कि मांसपेशियों को बेहतर बनाने के लिए कैसे एक्सर्साइज करती है, आपकी गतिशीलता के स्तर में भारी बदलाव होना तय है। फिजिकल थेरपिस्ट्स भी उन्हें काफी मदद करते हैं जो हर हाल में अपना वजन कम करना चाहते हैं। वे उन्हें ऐक्टिविटी प्लान, डाइट प्लान और एक्सर्साइज के बारे में बताते हैं जिससे पेशेंट अपने अपने फिटनेस गोल्स को अचीव कर सके। फिजियोथेरपी ऐसे बच्चों और बड़ों के लिए भी अच्छा ऑप्शन है जिन्हें मोटापे की दिक्कत है। कुछ ऐसे लक्षण जो फिजियोथेरपी से ठीक हो सकते हैं: - लिमिटेड फ्लैक्सिबिलटी - इम्बैलेंस एन्ड्योरेंस लेवल - थकान - अतिरिक्त वजन के कारण शरीर में दर्द होना
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