हाल में हुई एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि कुछ खास तरह के तकनीक से क्रिएटिव थिकिंग बढ़ती है। यह स्टडी 'माइंडफुलनेस' नाम के जर्नल में प्रकाशित हुई है। स्टडी में कहा गया है कि इंसानों पर मेडिटेशन का प्रभाव लंबे समय तक रहता है। यह इंसानों के सोचने के तरीकों को भी प्रभावित करता है, जिससे नए आइडियाज आते हैं। इसका प्रभाव अनुभवी मेडिटेटर्स के साथ नए मेडिटेटर्स पर भी पड़ता है। स्टडी में यह भी बताया गया है कि सभी प्रकार के मेडिटेशन तकनीक का क्रिएटिविटी पर एक जैसा प्रभाव नहीं पड़ता है। जिन लोगों ने ओपन मॉनिटरिंग मेडिटेशन किया उन लोगों के पास एक ही समस्या के कई समाधान थे। वहीं, जिन लोगों ने फोकस्ड अटेंशन मेडिटेशन था, उन पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। इस स्टडी में 40 लोग शामिल हुए थे। सभी लोगों को थिकिंग टास्क दिया गया था, जिसे करने से पहले 25 मिनट तक मेडिटेशन किया। इन लोगों में आधे अनुभवी और आधे फर्स्ट टाइम मेडिटेटर्स शामिल थे। स्टडी में क्रिएटिविटी के दो मेन इनग्रिडियंट्स पर मेडिटेशन के अलग-अलग तकनीकों के प्रभावों की जांच की गई।
from Health Tips in Hindi , natural health tips in hindi, Fitness tips, health tips for women - डेली हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन | Navbharat Times https://ift.tt/2HJAXOD
via IFTTT
No comments:
Post a Comment