
क्या आप मैंगोस्टीन (mangosteen) फल के बारे में जानते हैं जो एक नेचुरल इम्यूनिटी बूस्टर है। साथ ही इसके कई स्वास्थ्य लाभ ही हैं।

कोरोना काल में आम, केला, सेब, अनानास, संतरा, मौसमी जैसे लगभग हर फल की डिमांड खूब हो रही है। क्योंकि फल विटामिन सी, जिंक, प्रोटीन सहित कई तरह के यौगिक और खनिजों का बड़ा स्रोत हैं। लेकिन कुछ फल ऐसे भी हैं जिनके बारे में न तो आपने सुना होगा और न ही इनका स्वाद चखा होगा। आज हम एक ऐसे फल के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिसके बारे में शायद बहुत कम लोग जानते होंगे। दरअसल, यहां हम मैंगोस्टीन फल के बारे में बात कर रहे हैं। इसके एक नहीं बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आज हम आपको इस फल के बारे में सब कुछ बताएंगे।
(फोटो साभार: istock by getty images)
मैंगोस्टीन के बारे में जानकारी

मैंगोस्टीन एक विदेशी उष्णकटिबंधीय फल है, जिसकी पैदावार मूल रूप से दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में होती है। गहरे बैंगनी रंग के कारण इसे अक्सर बैंगनी मैंगोस्टीन के रूप में जाना जाता है। बाहर से ये बैगनी और अंदर से इसका गूदा सफेद रहता है। इस मौसमी फल की लाइफ काफी छोटी होती है जो जून से अगस्त के बीच ही आपको मिल सकता है। इसका स्वाद थोड़ा खट्टा व मीठा होता है। कई लोग इसे फलों की रानी भी कहते है।
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पौषक तत्वों से भरपूर

ये फल कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो तमाम बीमारियों के जोखिम को कम करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 1 कप मैंगोस्टीन में 14 प्रतिशत आरडीआई फाइबर की मात्रा होती है। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन ए, सी के अलावा आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम भी होता है।
इसमें बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन जैसे थियामिन, नियासिन और फोलेट्स की मात्रा भी होती है। कैलोरी में कम होने के साथ-साथ मैंगोस्टीन आवश्यक विटामिन, खनिज और फाइबर से भी भरपूर होता है।
Weight loss में मददगार

एक अध्ययन के अनुसार, मैंगोस्टीन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो वसा के चयापचय (metabolism) को बढ़ावा देने और वजन बढ़ने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, मैंगोस्टीन और मोटापे पर अभी अतिरिक्त शोध की जरूरत है।
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ब्लड शुगर को करता कंट्रोल

जैंथोन और फाइबर का अनूठा कॉम्बिनेशन रक्त शर्करा यानी ब्लड शुगर सेवन को संतुलित करने में मदद करता है। जानकार बताते हैं कि फल मैंगोस्टीन में मौजूद अच्छे फाइबर के समृद्ध स्रोत के रूप में यह रक्त शर्करा को स्थिर करता है। इसी के साथ ये डायबिटीज में भी सुधार करता है।
इम्युनिटी बूस्टर

यह पाया गया है कि मैंगोस्टीन में पौधे के यौगिक में जीवाणुरोधी यानी एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और यह प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसके अलावा, यह फाइबर और विटामिन सी में समृद्ध है, जो स्वस्थ आंत बैक्टीरिया (healthy gut bacteria) को प्रमोट करता है और कई इम्यून सेल्स के कामकाज में भी मदद करता है।
स्किन के लिए फायदेमंद

शोधों के अनुसार, यह एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड्स पाए जाते हैं जो त्वचा की कोशिकाओं को सूरज के संपर्क में होने वाले जोखिमों से बचाते हैं। साथ ही यह उम्र बढ़ने से होने वाले नुकसान से बचाव करता है।
मैंगोस्टीन का सेवन कैसे करें?

विशेषज्ञों के अनुसार, मैंगोस्टीन अन्य मौसमी फलों की तुलना में बहुत कम दिनों के लिए मिलता है। इसलिए इसका अक्सर डिब्बाबंद रूप में, जूस या पाउडर के रूप में सेवन किया जाता है। वहीं अगर आप अपने क्षेत्र में मैंगोस्टीन पाने में समर्थ हैं तो इसका ड्रिंक भी तैयार कर सकते हैं। यहां हम आपको उसकी रेसिपी के बारे में बता रहे हैं।
रिफ्रेशिंग ड्रिंक रेसिपी में 1 कप मैंगोस्टीन

1 कप आम
1 कप पानी
1/4 कप चीनी
1/2 नींबू का रस
अब मैंगोस्टीन, आम, पानी, चीनी और नींबू का रस को एक साथ मिलाकर ब्लेंड कर लें। अच्छी तरह से मिलाएं और ठंडा करें। बस तैयार है आपका मैंगोस्टीन ड्रिंक।
मैंगोस्टीन के दुष्प्रभाव

मैंगोस्टीन हर किसी के लिए अच्छा नहीं होता है। यह पाया गया है कि मैंगोस्टीन से अक्सर रक्तस्राव (bleeding) का खतरा बढ़ जाता है। यह जैंथोन का एक समृद्ध स्रोत है, जो रक्त के थक्के (blood clotting) बनने की प्रक्रिया को धीमा करने के लिए जाना जाता है।
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