शरीर से विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाने के लिए किडनी जिम्मेदार है। लेकिन अगर किडनी सही से काम करना बंद कर दे, तो यह कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है, जिसमें से मोटापा यानी ओबेसिटी एक है।
किडनी मानव शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये शरीर में विभिन्न कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों की चयापचय गतिविधियों के दौरान पैदा होने वाले विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाने में मदद करती है। यदि किडनी सही ढंग से काम करना बंद कर दे, तो बॉडी में फ्लूड जमा हो जाता है , जिस वजह से धीरे-धीरे वजन बढ़ने लगता है।
अनहेल्दी किडनी के कुछ सामान्य लक्षणों में बार-बार पेशाब आना, मांसपेशियों में ऐंठन, त्वचा की समस्याएं और मूत्र में रक्त शामिल है। किडनी अगर स्वस्थ न हो, तो व्यक्ति बहुत जल्दी मोटापे का शिकार हो सकता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 2016 तक 1.9 बिलियन वयस्क ओबेसिटी से पीड़ित थे। आप सोच रहे होंगे कि हम बार-बार किडनी के स्वास्थ्य और मोटापे की बात क्यों कर रहे हैं। ऐसा इसालिए क्योंकि किडनी के स्वास्थ्य और मोटापे के बीच एक गहरा कनेक्शन है, जिसके बारे में हम आगे आपको बताने जा रहे हैं।
मोटापा और गुर्दे के स्वास्थ्य के बीच क्या है कनेक्शन?
अक्सर देखा गया है कि मोटे लोगों को
होती है। इसके अतिरिक्त मोटापा सीकेडी ( क्रॉनिक किडनी डिजीज) के जोखिम कारकों के जोखिम जैसे टाइप टू डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। इसका कारण यह है कि मोटापे से प्रभावित व्यक्तियों में बढ़ी हुई बीएमआई की चयापचय संबंधी मांगों को पूरा करने के लिए किडनी को सामान्य स्तर से ऊपर फिल्टिरिंग करनी होती है, जिसे हाइपरफिल्ट्रेशन कहा जाता है। जो लोग अधिक वजन वाले या मोटे होते हैं उनमें सामान्य वजन वाले लोगों की तुलना में एंड स्टेज किडनी डिजीज विकसित होने की संभावना 7 गुना ज्यादा रहती है।
ऐसे में मोटापा सीकेडी और अन्य तंत्र के कार्यभार को बढ़ाकर सीधे किडनी डैमेज की वजह बन सकता है। अतिरिक्त वजन से पीड़ित लोगों को एक्यूट किडनी इंजरी का भी बहुत ज्यादा खतरा रहता है। यह एक गंभीर स्थिति है, जो अचानक से विकसित होती है, जो थोड़े समय तक रहती है। लेकिन इलाज के बाद पूरी तरह से गायब हो जाती है। कुछ गंभीर मामलों में यह जीवनभर भी बनी रह सकती है।
(फोटो साभार: istock by getty images)
मोटापा रोकने के उपाय-
खाने पर कीजिए कंट्रोल
संतुलित और नियंत्रित आहार आपका वजन नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, जिसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड और फाइबर भरपूर मात्रा में हों। यह स्वस्थ शरीर में मेटाबॉलिज्म का निर्माण करने के लिए जिम्मेदार हैं। प्रोसेस्ड फूड और ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें, जिसमें वसा की मात्रा अधिक हो।
वजन घटाने के लिए इतने बजे से पहले खत्म कर लें डिनर, झट से होता है Weight loss
व्यायाम करें
पेट में जमा वसा को जलाने का सबसे बेहतरीन तरीका है व्यायाम। चूंकि शरीर में वसा के जमा होने से मोटापा हो सकता है, इसलिए नियमित रूप से व्यायाम करने से इससे निजात मिल सकती है।
धीरे-धीरे खाएं
धीरे-धीरे खाने से मोटापे को रोकने में मदद मिल सकती है।
दरअसल, धीरे-धीरे खाने से पेट अच्छे से भरता है और बार-बार भूख का अहसास नहीं होता। इससे कैलोरी च का सेवन कम हो जाता है। इसके अलावा खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह से चबाने से स्वस्थ पाचन में बहुत मदद मिल सकती है।
जिम छोड़ने के बाद क्यों बढ़ जाता है फिर से वजन, जानें बॉडी कैसे करती है रिएक्ट
ऊपर दिए गए तरीके किडनी के स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होंगे। किडनी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है। इसलिए हमेशा हाइड्रेट रहने की कोशिश करें।
from Health Tips in Hindi , natural health tips in hindi, Fitness tips, health tips for women - डेली हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन | Navbharat Times https://navbharattimes.indiatimes.com/lifestyle/health/obesity-and-kidney-health-here-is-how-the-two-are-linked-to-each-other/articleshow/81631440.cms
via IFTTT
No comments:
Post a Comment