
हार्ट के मरीजों की संख्या हमारे देश में लगातार बढ़ रही है। इसके कई अलग-अलग कारण हैं लेकिन दो मुख्य कारणों में खान-पान से जुड़ी लापरवाही और शरीरिक गतिविधियों की कमी शामिल हैं। ये दोनों ही कारण आपकी कोरोनरी आर्टरीज में गैर जरूरी ब्लॉकेज को बढ़ाते हैं और आप हृदय रोगों की चपेट में आ जाते हैं। गुरुग्राम स्थित आर्टेमिस हॉस्पिटल के प्रमुख कार्डियॉलजिस्ट डॉक्टर मनजिंदर संधू बता रहे हैं कि किन आसान तरीकों के जरिए आप हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थितियों से बच सकते हैं... खान-पान में की गई लापरवाही डॉक्टर मनजिंदर संधू के अनुसार, डीप फ्राइड और हाई कैलरी डायट लेनेवाले ऐसे लोगों में हृदय रोग का खतरा अधिक रहता है, जो शारीरिक रूप से गतिशील नहीं रहते हैं। यानी घंटों एक ही स्थान पर बैठे रहकर काम करनेवाले लोग यदि वॉक और एक्सर्साइज नहीं करते हैं और वसा युक्त भोजन का अत्यधिक सेवन करते हैं। तो ऐसे लोगों में हृदय रोगों के बढ़ने की आशंका सबसे अधिक होती है। -खान-पान में की गई लापरवाही के कारण कोलेस्ट्रॉल और कैल्शियम जैसे तत्व हृदय की धमनियों यानी हार्ट आर्टरीज में जमा हो जाते हैं और इन धमनियों के जरिए हो रहे रक्त प्रवाह को बाधित करते हैं। इस कारण आपके हृदय तक जरूरी मात्रा में रक्त नहीं पहुंच पाता है और आप हृदय रोग के शिकार बन सकते हैं। दिल की बीमारियों से बचने के तरीके -डॉक्टर मनजिंदर कहते हैं कि हृदय रोगों से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपने खान-पान का पूरा ध्यान रखें। -शारीरिक गतिविधियों में अधिक से अधिक भाग लें। इसके लिए घर के आस-पास की जगहों पर जाना हो तो पैदल जाएं। थोड़ी-थोड़ी दूरी के लिए बाइक ओर गाड़ी का उपयोग ना करें। -धूम्रपान ना करें। मदिरा यानी शराब का उपयोग भी आपको हृदय रोगों की तरफ थकेलता है। इसलिए इससे दूर रहें या इसके सेवन को सीमित करें। -तनाव आपकी शारीरिक, मानसिक और कार्डिऐक हेल्थ पर बहुत बुरा असर डालता है। तनाव से मुक्ति के लिए नियमित रूप से ध्यान करना चाहिए। मेडिटेशन सिर्फ आपको मानसिक रूप से शांत नहीं बनाता है बल्कि आपकी कार्य क्षमता में भी वृद्धि करता है। -यदि आप सुबह के समय योग और एक्सर्साइज के लिए टाइम नहीं निकाल पाते हैं तो शाम के समय इन गतिविधियों को करें। लेकिन ध्यान रखें कि खाना खाते ही तेज कदमों से वॉक नहीं करते हैं। वहीं, कुछ भी हेवी खाने के कम से कम 2 घंटे बाद ही एक्सर्साइज करनी चाहिए। -दिल की बीमारियों के बारे में जानकारी बढ़ाएं। उनके लक्षणों और तुरंत उपचार के बारे में जानें। क्योंकि ये ऐसी समस्याएं होती हैं, जिनमें रोगी को तुरंत प्राथमिक चिकित्सा ना मिले तो उसकी जान चली जाती है। बीमारी के लक्षण दिखने के बाद तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बढ़ रही है जागरूकता -डॉक्टर मनजिंदर कहते हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण (Coronavirus Infection) के चलते हुए लॉकडाउन ने लोगों में अपनी सेहत को लेकर एक अलग तरह की जागरूकता पैदा की है। अब लोग खुद को स्वस्थ रखने पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। -घर में ही एक्सर्साइज, योग और व्यायाम करने की आदत लोगों में विकसित हो रही है। अब लोग घर पर ही साइकिलिंग, मेडिटेशन और प्राणायाम करने लगे हैं। लोग वेट फ्री और कार्डियोवस्कुलर व्यायाम की तरफ आकर्षित हुए हैं। ये सभी गतिविधियां आपके हृदय को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी हैं। जरूरी है बचाव -डॉक्टर मनजिंदर के अनुसार, कोरोना वायरस के बारे में लगातार सामने आ रही नई-नई जानकारियों में एक बात पूरी तरह साफ है कि इस वायरस का सबसे पहला और घातक असर संक्रमित व्यक्ति के फेफड़ों पर होता है। ऐसे में उन लोगों को अपना खास ध्यान रखने की जरूरत है, जिन्हें पहले से हार्ट की समस्या है। ऐसे लोगों के लिए जरूरी है कि वे नियमित रूप से समय-समय पर अपने डॉक्टर से अपनी जांच कराएं। साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी जानकारी लेते रहें।
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